Entries by Astrologer Pooshark Jetly

वर्ष कुंडली के विभिन्न भावों में मुंथा व ग्रहों के फल

वर्ष कुंडली के विभिन्न भावों में मुंथा व ग्रहों के फल     ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार ज्योतिष में लग्न कुंडली, चंद्र कुंडली व नवमांश के बाद वर्ष कुंडली की अत्यधिक भूमिका होती है जिससे व्यक्ति का भावी वर्ष कैसा जाएगा यह ज्ञात किया जाता है इसमें मुंथा की विशेष भूमिका होती है […]

06 जून 2021 रविवार “भानुवासरे” का पंचांग “ऋषिकेश पंचांग (काशी) अनुसार” जानिए, लग्न सारणी, आज के विशेष योग, विविध मुहर्त व वास्तु शास्त्र से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ

06 जून 2021 रविवार “भानुवासरे” का पंचांग “ऋषिकेश पंचांग (काशी) अनुसार” जानिए, लग्न सारणी, आज के विशेष योग, विविध मुहर्त व वास्तु शास्त्र से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ     दिनांक:- 06 जून 2021 वार:- रविवार (भानुवासरे) तिथि:- एकादशी दिन ०७:३७ तक तदोपरांत द्वादशी पक्ष:- कृष्ण पक्ष माह:- ज्येष्ठ गोल:- उत्तर नक्षत्र:- आश्विनी रात्रि ०३:४६ तक […]

6 जून 2021 रविवार का राशिफल–Astrology Sutras

6 जून 2021 रविवार का राशिफल–Astrology Sutras     ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी द्वारा लिखित यह राशिफल जो कि चंद्र व नाम राशि पर आधारित है इसे चंद्रमा के वर्तमान गोचर को ध्यान में रखकर बनाया गया इस राशिफल में आपके लिए आज का दिन कैसा रहेगा व आपको किन बातों का ख्याल रखना चाहिए […]

सत्त्वगुण, रजोगुण और तमोगुण का वर्णन श्रीमद्देवीभागवत महापुराण अनुसार

सत्त्वगुण, रजोगुण और तमोगुण का वर्णन श्रीमद्देवीभागवत महापुराण अनुसार     श्रीमद्देवीभागवत महापुराण के तृतीय स्कंध के अष्टम अध्याय में ब्रह्मा जी कहते हैं:-   ब्रह्मोवाच सर्गोऽयं कथितस्तात यत्पृष्टोऽहं त्वयाधुना। गुणानां रूपसंस्थां वै श्रृणुष्वैकाग्रमानस:।। सत्त्वं प्रीत्यात्मकं ज्ञेयं सुखात्प्रीतिसमुद्भव:। आर्जवं च तथा सत्यं शौचं श्रद्धा क्षमा धृति:।। अनुकम्पा तथा लज्जा शांति: संतोष एव च। एतै: सत्त्वप्रतीतिश्च […]

श्रीमद्देवीभागवत महापुराण के अनुसार बुध के जन्म की कथा

श्रीमद्देवीभागवत महापुराण के अनुसार बुध के जन्म की कथा     श्रीमद्देवीभागवत महापुराण के प्रथम स्कंध के ग्याहरवें अध्याय में बुध के जन्म की सुंदर कथा मिलती है जिन्हें ४ भाग में प्रकाशित करूँगा तो चलिए जानते हैं कि श्रीमद्देवीभागवत महापुराण के अनुसार बुध के जन्म की क्या कथा है:-   ऋषय ऊचु: कोऽसौ पुरुरवा […]