20 जून 2021 रविवार “भानुवासरे” का पंचांग “ऋषिकेश पंचांग (काशी) अनुसार” जानिए, लग्न सारणी, आज के विशेष योग, विविध मुहर्त व वास्तु शास्त्र से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ

20 जून 2021 रविवार “भानुवासरे” का पंचांग “ऋषिकेश पंचांग (काशी) अनुसार” जानिए, लग्न सारणी, आज के विशेष योग, विविध मुहर्त व वास्तु शास्त्र से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ

 

आज का पंचांग

आज का पंचांग

 

दिनांक:- 20 जून 2021
वार:- रविवार (भानुवासरे)
तिथि:- दशमी दिन १२:०२ तक तदोपरांत एकादशी
पक्ष:- शुक्ल पक्ष
माह:- ज्येष्ठ
गोल:- उत्तर
नक्षत्र:- चित्रा सायं ०३:२७ तक तदोपरांत स्वाति
योग:- परिघ सायं ०६:२० तक तदोपरांत शिव
करण:- गर उपरांत वणिज
चंद्रमा:- तुला
सूर्य:- मिथुन
सूर्य स्पष्ट:- ०४°२६’४५”
मंगल:- कर्क
बुध:- वृषभ
गुरु:- कुंभ
शुक्र:- मिथुन
शनि:- मकर (वक्री)
राहु:- वृषभ
केतु:- वृश्चिक
अयन:- उत्तरायण
सूर्योदय:- ०५:१३ (काशी)
सूर्यास्त:- ०६:४७ (काशी)
चंद्रोदय:- ०१:५६ (काशी)
दिनमान:- ३३:५६ (काशी)
दिशा शूल:- पश्चिम
निवारण उपाय:- जौं का सेवन
गुलिक काल:- ०३:५२ से ०५:३६
राहु काल:- ०५:३६ से ०७:२१
अभिजीत मुहर्त:- ११:५४ से १२:५०
विक्रम संवत:- २०७८
संवत्सर नाम:- आनंद
शक संवत:- १९४३
युगाब्ध:- ५१२३

 

सूर्योदयकालीन दैनिक स्पष्टभौमादिग्रह

 

मंगल:- ०९°४३’३८”
बुध:- १९°२५’५७”
गुरु:- ०९°३७’३७”
शुक्र:- २७°५५’१८”
शनि:- १४°४६’०१”
राहु:- १५°३४’४७”
केतु:- १५°३४’४७”

 

लग्न सारणी समाप्ति समय (दिन)

मिथुन लग्न:- ०७:०५ तक
कर्क लग्न:- ०९:२३ तक
सिंह लग्न:- ११:३६ तक
कन्या लग्न:- ०१:५० तक
तुला लग्न:- ०४:०६ तक
वृश्चिक लग्न:- ०६:२३ तक

 

लग्न सारणी समाप्ति समय (रात्रि)

 

धनु लग्न:- ०८:३४ तक
मकर लग्न:- १०:२१ तक
कुंभ लग्न:- ११:५२ तक
मीन लग्न:- ०१:२० तक
मेष लग्न:- ०२:५७ तक
वृषभ लग्न:- ०४:५३ तक

 

आज के विशेष योग

 

वर्ष का ६९ वाँ दिन, भद्रा रात्रि १०:५२ से, श्री गंगा दशहरा १०, श्री गंगा अवतरण, श्री गंगा जन्म वृषभ लग्न (ल. २) मध्य रात्रि ०२:५२ से ४:४८, काशी में दशाश्वमेघ तीर्थ में स्नान तथा गंगा पूजन करना चाहिए अन्यत्र पास के जलाशय या नदी में स्नान करने से गंगा स्नान के समान फल मिलता है, सेतुबंधरामेश्वर प्रतिष्ठा दिन, गंगा स्तोत्र पाठ, दशाश्वमेघ स्नान समाप्ति, यायीजयोग व रवियोग दिन ०३:२७ से, स्वाति नक्षत्र में रात्रि १०:५२ से पूर्व विवाह मुहर्त है, दिन ०३:२७ तक नवीन खटिया-चौकी का उपभोग, नवीनवस्त्र धारण, वाटिकारोपण, विद्यारंभ व उपनयन (०९:२३ से ११:३६), ऑपेरशन आदि का मुहर्त है।

 

वास्तु टिप्स

 

दक्षिण दिशा में पूजा घर कभी भूल कर भी नही बनाना चाहिए।

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