27 मई 2021 गुरुवार “वीरवासरे” का पंचांग “ऋषिकेश पंचांग (काशी) अनुसार” जानिए, लग्न सारणी, आज के विशेष योग व वास्तु शास्त्र से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ
27 मई 2021 गुरुवार “वीरवासरे” का पंचांग “ऋषिकेश पंचांग (काशी) अनुसार” जानिए, लग्न सारणी, आज के विशेष योग व वास्तु शास्त्र से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ
दिनांक:- 27 मई 2021
वार:- गुरुवार (वीरवासरे)
तिथि:- प्रतिपदा दिन २:३० तक तोड़परांत द्वितीया
पक्ष:- कृष्ण पक्ष
माह:- ज्येष्ठ
गोल:- उत्तर
नक्षत्र:- ज्येष्ठा रात्रि १२:४५ तक तदोपरांत मूल
योग:- सिद्ध रात्रि ०९:०० तक तदोपरांत साध्य
करण:- कौलव उपरांत तैतिल
सूर्य:- वृषभ
सूर्य स्पष्ट:- ११°३५’४१”
चंद्रमा:- वृश्चिक रात्रि १२:४४ तक तदोपरांत रात्रि १२:४५ से धनु
मंगल:- मिथुन
बुध:- मिथुन
गुरु:- कुंभ
शुक्र:- वृषभ
शनि:- मकर
राहु:- वृषभ
केतु:- वृश्चिक
अयन:- उत्तरायण
सूर्योदय:- ०५:१८ (काशी)
सूर्योदय:- ०५:२९ (दिल्ली)
सूर्योदय:- ०५:३८ (सालासर)
सूर्यास्त:- ०६:४२ (काशी)
सूर्यास्त:- ०७:०७ (दिल्ली)
सूर्यास्त:- ०७:१८ (सालासर)
दिनमान:- ३३:३२ (काशी)
दिशा शूल:- दक्षिण
निवारण उपाय:- दहीं का सेवन
ऋतु:- ग्रीष्म ऋतु
गुलिक काल:- ०९:०० से १०:३०
राहु काल:- १३:३० से १५:००
अभिजीत मुहर्त:- १२:०४ से १२:५२
विक्रम संवत:- २०७८
संवत्सर नाम:- आनंद
शक संवत:- १९४३
युगाब्ध:- ५१२३
सूर्योदयकालीन दैनिक स्पष्टभौमादिग्रह
मंगल:- २५°०८’३९”
बुध:- ००°११’१९”
गुरु:- ०८°२७’२४”
शुक्र:- २८°४५’११”
शनि:- १५°२५’४२”
राहु:- १६°५१’०७”
केतु:- १६°५१’०७”
लग्न सारणी समाप्ति समय (दिन)
वृषभ लग्न:- ०६:२७ तक
मिथुन लग्न:- ०८:४१ तक
कर्क लग्न:- १०:५९ तक
सिंह लग्न:- ०१:१३ तक
कन्या लग्न:- ०३:२६ तक
तुला लग्न:- ०५:४२ तक
लग्न सारणी समाप्ति समय (रात्रि)
वृश्चिक लग्न:- ०७:५९ तक
धनु लग्न:- १०:०५ तक
मकर लग्न:- ११:५२ तक
कुंभ लग्न:- ०१:२३ तक
मीन लग्न:- ०२:५१ तक
मेष लग्न:- ०४:२८ तक
चौघड़िया दिन
शुभ:- ०५:३८ से ०७:२१
चंचल:- १०:४७ से १२:३०
लाभ:- १२:३० से १४:१३
अमृत:- १४:१३ स १५:५६
शुभ:- १७:३९ से १९:१८
चौघड़िया रात
अमृत:- १९:१८ से २०:३५
चंचल:- २०:३५ से २१:५२
लाभ:- ००:२६ से ०१:४३
शुभ:- ०३:०० से ०४:१७
अमृत:; ०४:१७ स ०५:१५
आज के विशेष योग
वर्ष का ४५ वाँ दिन, धनु के चंद्र रात्रि १२:४५ से, आटा की ब्रह्मा की मूर्ति बनाकर ज्येष्ठ मास में वस्त्रादि से पूजन करना चाहिए, श्री नारद जयंती, वीणा दान, इष्टि, ज्येष्ठा नक्षत्र में केतु युति है, विवाह मुहर्त दिन १०:५९ से ०१:१३ व सायं काल ०५:४२ से ०७:५९ तक, रात्रि १२:४५ से भौम वेध होने के कारण विवाह शुभ नही रहेगा।
वास्तु टिप्स
मुख्य द्वार के सामने एकदम सीधी गली घर में रहने वालों की आयु क्षीण करती है इसे द्वार के सामने ही अंग्रेजी में “J” से भी जाना जाता है।
Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!