जून २०२१ के प्रमुख व्रत पर्व व त्यौहार

जून २०२१ के प्रमुख व्रत पर्व व त्यौहार

 

जून २०२१ के प्रमुख व्रत, पर्व व त्यौहार

जून २०२१ के प्रमुख व्रत, पर्व व त्यौहार

 

१ जून २०२१ मंगलवार को षष्ठी युक्त सप्तमी तिथि व धनिष्ठा रात्रि ८:४७ तक उपरांत शतभिषा नक्षत्र के दिन कुंभ के चंद्र व पंचक प्रारंभ दिन में ८:४८ मिनट पर, भद्रा प्रातः ५:४० से सायं ५:२२ तक, द्विपुष्कर योग प्रातः ५:४० से, रात्रि ८:४७ तक, रवि योग रात्रि ८:४७ तक, श्री शीतला जी का बासी बनाना, बड़ा मंगल (लखनऊ)।

 

२ जून २०२१ बुधवार को अष्टमी तिथि व शतभिषा नक्षत्र रात्रि ९:१२ तक उपरांत पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र में श्री शीतला जी का पूजन करना व बासी खाना, पंचक, त्रिलोचनाष्टमी (बंगाल), बुधाष्टमी।

 

३ जून २०२१ गुरुवार को नवमी तिथि व पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र रात्रि १०:०९ तक उपरांत उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र में मीन के चंद्र दिन में ३:५५ पर, पंचक, मृत्युबाण आरंभ रात्रि के ११:२६ से।

 

४ जून २०२१ शुक्रवार को नवमी तिथि व उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र रात्रि ११:३६ तक उपरांत रेवती नक्षत्र में भद्रा प्रारंभ सायं ५:४९ से, मृत्युबाण समाप्ति रात्रि १२:३७ पर, सर्वार्थ तथा अमृत सिद्धि योग प्रारंभ रात्रि ११:३६ से, मूल प्रारंभ रात्रि ११:३० पर, पंचक।

 

५ जून २०२१ शनिवार को दशमी तिथि व रेवती नक्षत्र रात्रि ०१:३० तक उपरांत आश्विनी नक्षत्र में मेष राशि के चंद्र व पंचक समाप्ति रात्रि १:३० पर, भद्रा प्रातः ६:१५ तक, मूल।

 

६ जून २०२१ रविवार को एकादशी तिथि व आश्विनी नक्षत्र रात्रि ०३:४६ तक उपरांत भरणी नक्षत्र में अपरा (अचला) एकादशी व्रत सभी के लिए, मूल समाप्ति रात्रि शेष ३:३९ पर, माँ भद्रकाली जी का महोछा (सत्ती चौतरा) काशी में, जलक्रीड़ा एकादशी (उड़ीसा), भद्रकाली एकादशी (पंजाब), सर्वार्थ सिद्धि योग रात्रि ३:४६ तक।

 

७ जून २०२१ सोमवार को द्वादशी तिथि व भरणी नक्षत्र में सोम प्रदोष व्रत पुत्र प्राप्ति के लिए, वट सावित्री व्रत आरंभ (तीन दिनों तक)।

 

८ जून २०२१ मंगलवार को त्रयोदशी तिथि व भरणी नक्षत्र प्रातः ६:१६ तक उपरांत कृत्तिका नक्षत्र में वृष के चंद्र दिन में १२:५६ पर, मास शिवरात्रि व्रत, भद्रा दिन में ११:१७ से रात्रि १२:१८ तक, बड़ा मंगल (लखनऊ), वट सावित्री व्रत का द्वितीय दिवस।

 

९ जून २०२१ बुधवार को चतुर्दशी तिथि व कृत्तिका नक्षत्र दिन ८:५४ तक उपरांत रोहिणी नक्षत्र में वट सावित्री व्रत स्त्रियों के लिए आवश्यक व्रत, पकौड़ों की अमावस, श्राद्ध की अमावस्या।

 

१० जून २०२१ गुरुवार को अमावस्या तिथि व रोहिणी नक्षत्र दिन ११:२८ तक उपरांत मृगशिरा नक्षत्र में मिथुन राशि के चंद्र रात्रि १२:३८ पर, स्नान-दान की अमावस्या, शुभवार तथा अमावस्या की युति सुभिक्ष तथा प्रजा।

 

११ जून २०२१ शुक्रवार को प्रतिपदा तिथि व मृगशिरा नक्षत्र दिन १:४८ तक उपरांत आर्द्रा नक्षत्र में चंद्र दर्शन, काशी में दशाश्वमेघ घाट पर दस दिवसीय स्नान प्रारंभ, वृद्धिक्रम से गंगास्तोत्र का नित्य पाठ, करवीर १ व्रत।

 

१२ जून २०२१ शनिवार को द्वितीया तिथि व आर्द्रा नक्षत्र दिन ३:४७ तक उपरांत पुनर्वसु नक्षत्र में त्रिपुष्कर योग दिन में ३:४७ से सायं ६:१५ तक।

 

१३ जून २०२१ रविवार को तृतीया तिथि व पुनर्वसु नक्षत्र सायं ५:२० तक उपरांत पुष्य नक्षत्र में कर्क राशि के चंद्र दिन १०:५७ पर, रंभा व्रत, महाराणा प्रताप जयंती (राजस्थान), मृत्युबाण आरंभ दिन १०:२० से, सर्वार्थ सिद्धि योग व रवि योग सायं ५:२० से।

 

१४ जून २०२१ सोमवार को चतुर्थी तिथि व पुष्य नक्षत्र सायं ६:२५ तक उपरांत श्लेषा नक्षत्र में वैनायकी श्री गणेश चतुर्थी व्रत, भद्रा दिन में ७:१७ से रात्रि ७:२७ तक, उमावतार, उमा चतुर्थी (बंगाल), गुरुअर्जुन देव, शहीद दिवस, मृत्युबाण समाप्ति दिन में ११:३५ पर, सर्वार्थ सिद्धि योग व रवि योग सायं ६:२५ तक, मूल प्रारंभ सायं ६:२१ से।

 

१५ जून २०२१ मंगलवार को पंचमी तिथि व श्लेषा नक्षत्र सायं ६:५९ तक उपरांत मघा नक्षत्र में सिंह राशि के चंद्र सायं ६:५९ पर, मिथुन के सूर्य (सक्रांति) दिन में १२:५० पर, मूल, बड़ा मंगल (लखनऊ)।

 

१६ जून २०२१ बुधवार को षष्ठी तिथि व मघा नक्षत्र रात्रि ७:०३ तक उपरांत पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में श्री स्कन्द षष्ठी व्रत, जमाई षष्ठी (बंगाल), अरण्य षष्ठी, अरण्य गौरी व्रत, शीतला षष्ठी (उड़ीसा), मृत्युबाण आरंभ दिन २:०७ पर, सौर आषाढ़ मासारंभ, रवि योग रात्रि ७:०३ तक, मूल समाप्ति सायं ६:५९ पर।

 

१७ जून २०२१ गुरुवार को सप्तमी तिथि व पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र सायं ६:४० तक उपरांत उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र में कन्या राशि के चंद्र रात्रि १२:२९ पर, भद्रा सायं ५:३२ से रात्रि ४:४७ तक, मृत्युबाण समाप्ति दिन ३:२३ पर।

 

१८ जून २०२१ शुक्रवार को अष्टमी तिथि व उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र सायं ५:५५ तक उपरांत हस्त नक्षत्र में धूमावती जयंती, शुक्ला देवी पूजन, रवि योग सायं ५:५५ से।

 

१९ जून २०२१ शनिवार को नवमी तिथि व हस्त नक्षत्र दिन ४:४९ तक उपरांत चित्रा नक्षत्र में तुला राशि के चंद्र रात्रि ४:०८ से नवमी में उपवास पूर्वक शुक्ला देवी का पूजन, रवियोग समस्त दिन, महेश नवमी।

 

२० जून २०२१ रविवार को दशमी तिथि व चित्रा नक्षत्र दिन ३:२७ तक उपरांत स्वाति नक्षत्र में भद्रा प्रारंभ रात्रि १०:५२ से, श्री गङ्गा दशहरा, श्री गङ्गा अवतरण, श्री गङ्गा जन्म पूजन लग्न (२) प्रातः ५:१३ से प्रातः ७:०५ तक मुहर्त काशी के अनुसार, काशी में दशाश्वमेघ तीर्थ में स्नान तथा गङ्गा पूजन करना चाहिए, अन्यत्र पास के जलाशय या नदी में स्नान करने से गंगा स्नान के समान फल मिलता है, सेतुबंधरामेश्वर प्रतिष्ठान, गङ्गा स्तोत्र पाठ, दस दिवसीय दशाश्वमेघ स्नान समाप्ति, यायीजयोग व रवि योग दिन में ३:२७ से।

 

२१ जून २०२१ सोमवार को एकादशी तिथि व स्वाति नक्षत्र दिन १:५४ तक उपरांत विशाखा नक्षत्र में भद्रा दिन ९:४२ तक, निर्जला एकादशी व्रत सभी के लिए, भीमसेनी एकादशी, आज चीनी-सुवर्ण तथा जलकुंभ दान, कूर्म जयंती १२ (मध्यान्ह में), चंपक द्वादशी (उड़ीसा) (पूर्व विद्धा)।

 

२२ जून २०२१ मंगलवार को द्वादशी युक्त त्रयोदशी तिथि व विशाखा नक्षत्र दिन १२:१६ तक उपरांत अनुराधा नक्षत्र में वृश्चिक राशि के चंद्र प्रातः ६:४१ पर, प्रातः ७:१३ तक एकादशी व्रत की पारणा, भौम प्रदोष व्रत ऋण मुक्ति के लिए, बड़ा मंगल (लखनऊ), दाक्षिणात्यवटसावित्री व्रतारम्भ (तीन दिनों तक), गोत्तमेश्वर दर्शन, त्रिविक्रम पूजा।

 

२३ जून २०२१ बुधवार को चतुर्दशी तिथि व अनुराधा नक्षत्र दिन १०:३५ तक उपरांत ज्येष्ठा नक्षत्र में भद्रा रात्रि २:२० से, दाक्षिणात्यवटसावित्री का द्वितीय दिवस, सर्वार्थ तथा अमृतसिद्धि योग दिन में १०:३५ तक, रवियोग १० :३५ से, मूल प्रारंभ दिन में १०:३५ से।

 

२४ जून २०२१ गुरुवार को पूर्णिमा तिथि व ज्येष्ठा नक्षत्र दिन ८:५९ तक उपरांत मूल नक्षत्र में धनु राशि के चंद्र दिन ८:५९ पर, भद्रा दिन १:११ तक, स्नान-दान व व्रत की पूर्णिमा दाक्षिणात्यवटसावित्री व्रत, जल यात्रा, मन्वादि १५, विल्वत्रिरात्र व्रत, संत कबीर जयंती, रवि योग दिन में ८:५९ तक।

 

२५ जून २०२१ शुक्रवार को प्रतिपदा तिथि व मूल नक्षत्र दिन ७:३१ तक उपरांत पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में गुरु श्री हर गोविंद सिंह जयंती, मृत्युबाण आरंभ रात्रि १:४२ से, मूल समाप्ति दिन में ७:३१ पर।

 

२५ जून २०२१ शुक्रवार प्रतिपदा तिथि विशेष:-

 

आषाढ़ मास के प्रथम पक्ष में सूर्यमंडल में यदि मेघ न दिखे, न गरजें तो दो मास तक वर्षा का अभाव होता है।

 

२६ जून २०२१ शनिवार को द्वितीया तिथि व पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र प्रातः ६:१७ तक उपरांत उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में मकर राशि के चंद्र दिन १२:०३ पर, मृत्युबाण समाप्ति रात्रि ३:०१ पर, त्रिपुष्कर योग प्रातः ६:१७ से रात्रि ८:०१ तक, मातङ्ग योग।

 

२७ जून २०२१ रविवार को तृतीया तिथि व उत्तराषाढ़ा नक्षत्र प्रातः ५:२२ तक उपरांत श्रवण नक्षत्र में भद्रा दिन में ७:१३ से सायं ६:३० तक, संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत, चंद्रोदय रात्रि ९:३३ (काशी में), सर्वार्थसिद्धि योग प्रातः ५:२२ तक।

 

२८ जून २०२१ सोमवार को चतुर्थी तिथि व धनिष्ठा नक्षत्र रात्रि ४:३७ तक उपरांत शतभिषा नक्षत्र में कुंभ के चंद्र व पंचक प्रारंभ दिन में ४:४२ से।

 

२९ जून २०२१ मंगलवार को पंचमी तिथि व शतभिषा नक्षत्र रात्रि ४:४७ तक उपरांत पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र में मृत्यु योग, पंचक, रवि योग रात्रि ४:५७ से।

 

३० जून २०२१ बुधवार को षष्ठी तिथि व पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र (समस्त दिन-रात्रि) में मीन राशि के चंद्र रात्रि ११:३३ पर, रवि योग समस्त दिन-रात्रि, भद्रा दिन में ४:३३ से रात्रि ४:४४ तक, पंचक।

 

जय श्री राम।

 

Astrologer:- Pooshark Jetly

Astrology Sutras (Astro Walk Of Hope)

Mobile:- 9919367470, 7007245896

Email:- pooshark@astrologysutras.com

0 replies

Leave a Reply

Want to join the discussion?
Feel free to contribute!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *