मार्च 2021 के प्रमुख व्रत, पर्व व त्यौहार- Astrology Sutras
मार्च 2021 के प्रमुख व्रत, पर्व व त्यौहार- Astrology Sutras
१ मार्च २०२१:- भद्रा रात्रि ९:३९ से प्रारम्भ।
२ मार्च २०२१:- तुला के चन्द्र रात्रि ७:३८ पर, अंगारकी संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत, चन्द्रोदय रात्रि ८:३० पर, भद्रा समाप्ति दिन में ८:४५ पर।
३ मार्च २०२१:- काल दंड योग।
४ मार्च २०२१:- वृश्चिक के चन्द्र रात्रि ९:५७ पर, भद्रा रात्रि १: ४५ से प्रारंम्भ।
५ मार्च २०२१:- मूल रात्रि १:५४ से, भद्रा समाप्ति दिन में १२:३३ पर।
६ मार्च २०२१:- धनु के चन्द्र रात्रि १२:२५ पर, सीताष्टमी, मूल।
७ मार्च २०२१:- समर्थ गुरु राम दास नवमी, मूल समाप्ति रात्रि ११:०७ पर, भद्रा रात्रि शेष ६:१५ से प्रारम्भ।
८ मार्च २०२१:- मकर के चन्द्र रात्रि ४:०१ पर, भद्रा समाप्ति सायं ५:२२ पर।
९ मार्च २०२१:- विजया एकादशी व्रत सभी के लिए।
१० मार्च २०२१:- प्रदोष व्रत।
११ मार्च २०२१:- कुम्भ के चन्द्र व पंचक प्रारम्भ दिन में ९:२० पर, श्री महा शिवरात्रि व्रत, सर्वत्र शिव पूजन, श्री वैद्यनाथ जयन्ती, कृत्रिवासेश्वर दर्शन, रात्रि जागरण व यात्रा, भद्रा दिन में २:२७ से रात्रि २:२७ तक।
१२ मार्च २०२१:- योगी-साधु व नन्दी (बैल) पूजन व भोजन, पंचक।
१३ मार्च २०२१:- मीन के चन्द्र सायं ५:१७ पर, स्नान-दान व श्राद्ध की अमावस्या, पंचक।
१४ मार्च २०२१:- मीन के सूर्य (संक्रान्ति), बसंत ऋतु प्रारम्भ, पंचक, मूल रात्रि १:१९ से।
१५ मार्च २०२१:- रामकृष्ण परम हंस जयन्ती, फुलेरा दूज, मूल, मेष के चन्द्र व पंचक समाप्ति रात्रि ३:२७ पर।
१६ मार्च २०२१:- श्री पीताम्बरा देवी का श्रृंगार (काशी), मूल समाप्ति रात्रि शेष ५:५३ पर।
१७ मार्च २०२१:- श्री वैनायकी चतुर्थी व्रत, भद्रा दिन में ८:१३ से रात्रि ९:१६ तक।
१८ मार्च २०२१:- वृष के चन्द्र दिन में ३:०८ पर।
१९ मार्च २०२१:- गोरुपिणी षष्ठी (बंगाल)।
२० मार्च २०२१:- मिथुन के चन्द्र रात्रि २:३४ पर, भद्रा रात्रि ३:०७ से प्रारम्भ।
२१ मार्च २०२१:- होलाष्टक प्रारम्भ, भद्रा समाप्ति दिन में ३:४८ पर।
२२ मार्च २०२१:– रवि योग।
२३ मार्च २०२१:- कर्क के चन्द्र दिन में १२:१४ पर।
२४ मार्च २०२१:- आमलकी एकादशी व्रत स्मार्तों की, रंगभरी एकादशी, श्री काशी विश्वनाथ जी महाराज की विशेष पूजा, श्रृंगार व अबीर की सूखी होली (काशी) में, मूल रात्रि ७:१८ से प्रारम्भ, भद्रा सायं ५:४४ से रात्रि शेष ५:४१ तक।
२५ मार्च २०२१:- सिंह के चन्द्र रात्रि ७:३२ पर, आमलकी एकादशी व्रत वैष्णवों की, मूल।
२६ मार्च २०२१:- प्रदोष व्रत, मूल समाप्ति रात्रि ७:१८ पर, साँवा तिल्ले का बासी खाना व पूजन करना।
२७ मार्च २०२१:- कन्या के चन्द्र रात्रि १२:२३ पर, भद्रा रात्रि २:३० से प्रारम्भ।
२८ मार्च २०२१:- स्नान-दान व व्रत की पूर्णिमा, भद्रा समाप्ति दिन में १:३५ पर, होलिका दहन, होलाष्टक समाप्ति, रात्रि कालीन ढुण्डा राक्षसी पूजन (होलिका दहन रात्रि ८:३२ तक शुभ)।
२९ मार्च २०२१:- तुला के चन्द्र रात्रि ३:३७ पर, होली, बसंत उत्सव, होलिका विभूति धारण, आम मंजरी प्राशन, प्रदोष काल में चतुषष्ठी देवी दर्शन यात्रा।
३० मार्च २०२१:- संत तुकाराम जयन्ती।
३१ मार्च २०२१:- श्री संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत, चन्द्रोदय रात्रि ९:११ पर, भद्रा दिन में ७:०७ से सायं ५:५६ तक।
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