दैनिक पंचांग: 25 सितंबर 2020 शुक्रवार (भृगुवासरे) “ऋषिकेश पंचांग (काशी) के अनुसार” जानिए वास्तु शास्त्र के अनुसार भवन से जुड़ी कुछ अन्य जानकारियाँ

दैनिक पंचांग: 25 सितंबर 2020 शुक्रवार (भृगुवासरे) “ऋषिकेश पंचांग (काशी) के अनुसार” जानिए वास्तु शास्त्र के अनुसार भवन से जुड़ी कुछ अन्य जानकारियाँ

 

दैनिक पंचांग ऋषिकेश पंचांग (काशी) अनुसार

दैनिक पंचांग ऋषिकेश पंचांग (काशी) अनुसार

 

दिनांक:- 25-सितंबर-2020
वार:- शुक्रवार (भृगुवासरे)
तिथि:- नवमी 22:25 तक/दशमी
पक्ष:- शुक्ल पक्ष
माह:- अधिक आश्विन
नक्षत्र:- पूर्वाषाढ़ा 23:00 तक/उत्तराषाढ़ा
योग:- शोभन 01:45 (मध्य रात्रि तक)/अतिगंड
करण:- बालव 06:49 तक/कौलव 18:45 तक/तैतिल
अयन:- दक्षिणायण
सूर्य:- कन्या
चन्द्रमा:- धनु
मंगल:- मेष
बुध:- तुला
गुरु:- धनु
शुक्र:- कर्क
शनि:- धनु
राहु:- वृषभ
केतु:- वृश्चिक
सूर्योदय:- 06:02 (काशी)
सूर्यास्त:- 17:58 (काशी)
चंद्रोदय:- 00:35 (काशी)
दिशा शूल:- दक्षिण
निवारण उपाय:- दही का सेवन
ऋतु:- शरद् ऋतु
गुलिक काल:- 09:00 से 10:30 तक
राहु काल:- 13:30 से 15:00 तक
अभीजित:; 12:01 से 12:49 तक
विक्रम सम्वंत:- 2077
शक सम्वंत :- 1942
युगाब्द:- 5122
सम्वंत सर नाम:- प्रमादी

 

 

लग्न सारणी दिवा

कन्या लग्न:- 05:28 से 07:40 तक
तुला लग्न:- 07:40 से 09:56 तक
वृश्चिक लग्न:- 09:56 से 12:13 तक
धनु लग्न:- 12:13 से 14:19 तक
मकर लग्न:- 14:19 से 16:06 तक
कुंभ लग्न:- 16:06 से 17:37 तक

 

विशेश्वर ज्योतिर्लिंग

विशेश्वर ज्योतिर्लिंग

 

लग्न सारणी रात्रि

मीन लग्न:- 17:37 से 19:05 तक
मेष लग्न:- 19:05 से 20:42 तक
वृषभ लग्न:- 20:42 से 22:38 तक
मिथुन लग्न:- 22:38 से 00:52 तक
कर्क लग्न:- 00:52 से 03:10 तक
सिंह लग्न:- 03:10 से 05:24 तक

दैनिक ग्रह स्पष्ट

सूर्य:- 07°38″49′
मंगल:- 11°28″52′ (वक्री)
बुध:- 03°06″33′
गुरु:- 25°48″49′
शुक्र:- 27°56″17′
शनि:- 28°14″06′
राहु:- 29°47″03′
केतु:- 29°47″03′

चोघङिया दिन
चंचल:- 06:24 से 07:54 तक
लाभ:- 07:54 से 09:24 तक
अमृत:- 09:24 से 10:54 तक
शुभ:- 12:24 से 13:54 तक
चंचल:- 16:54 से 18:24 तक
चोघङिया रात
लाभ:- 21:30 से 22:57 तक
शुभ:- 00:27 से 01:57 तक
अमृत:- 01:57 से 03:27 तक
चंचल:- 03:27 से 04:57 तक

 

 

आज के विशेष योग

वर्ष का 185वाँ दिन, श्री हरि जयंती, “अद्भुत ग्रह दर्शन रात में चंद्रमा के पास दो ग्रह द्दश्य , ग्रहयुति संयोग चंद्रमा से 2° उत्तर में गुरु 12:50 बजे व ग्रहयुति संयोग चंद्रमा से 3° उत्तर में शनि 27:00 बजे।”

वास्तु टिप्स

मुख्य द्वार पर दहलीज होनी शुभ होती हैं, जिसका प्रचलन आज-कल समाप्त सा हो गया है।

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