भाग्यांक क्या होता है:-
भाग्यांक क्या होता है:-
भाग्यांक का मूल आधार जन्मतिथि है, जीवन में मूलांक इतने अधिक प्रभावशाली नही होते हैं जितने की भाग्यांक प्रभावशाली होते हैं, कुछ विद्वान भाग्यांक को संयुक्तांक के नाम से बुलाते हैं, जिस प्रकार मूलांक 1 से 9 तक होते हैं ठीक उसी प्रकार भाग्यांक भी 1 से 9 तक ही होते हैं।
भाग्यांक का योग:-
भाग्यांक में तीन पंक्तियों का योग होता है:-
१. जन्म तिथि
२. जन्म माह
३. जन्म वर्ष
इन तीनों पंक्तियों के योग अर्थात जोड़ को भाग्यांक कहते हैं।
उदहारण:-
यदि किसी व्यक्ति का जन्म 12-07-1982 है तो उसका भाग्यांक नीचे बताए जा रहे तरीके से निकालेंगे:-
12= 1+2=3 (जन्म तिथि का जोड़)
7=7 (जन्म माह का जोड़)
1+9+8+2=20 (जन्म वर्ष का जोड़)
हमें जन्म वर्ष का जोड़ 20 प्राप्त हुआ अतः अब हम इसे पुनः जोड़ेंगे।
2+0=2
अब हम इन तीनों पंक्तियों को जोड़ने पर प्राप्त हुआ उसे जोड़ेंगे:-
3+7+2=12 (तीनों पंक्तियों के जोड़ को पुनः जोड़ने पर हमें 12 अंक प्राप्त होता है अतः हम इसे पुनः जोड़ेंगे)
1+2=3 (अतः भाग्यांक हमें 3 प्राप्त हुआ)
अतः यह स्पष्ट हुआ कि जिस व्यक्ति का जन्म 12-07-1982 को हुआ है, उसका भाग्यांक 3 है।
जय श्री राम।
भाग्याकं 2 का फलादेश दिजिए सर जी