17 मई 2021 सोमवार “चंद्रवासरे” का पंचांग “ऋषिकेश पंचांग (काशी) अनुसार” जानिए, लग्न सारणी, आज के विशेष योग व वास्तु शास्त्र से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ

17 मई 2021 सोमवार “चंद्रवासरे” का पंचांग “ऋषिकेश पंचांग (काशी) अनुसार” जानिए, लग्न सारणी, आज के विशेष योग व वास्तु शास्त्र से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियाँ

 

आज का पंचांग

आज का पंचांग

 

दिनांक:- 17 मई 2021
वार:- सोमवार (चंद्रवासरे)
तिथि:- पंचमी दिन ०७:१७ तक तदोपरांत षष्ठी
पक्ष:- शुक्ल पक्ष
माह:- वैशाख
गोल:- उत्तर
नक्षत्र:- पुनर्वसु दिन ०९:४२ तक तदोपरांत पुष्य
योग:- गण्ड रात्रि ११:१९ तक तदोपरांत वृद्धि
करण:- वालव उपरांत कौलव
सूर्य:- वृषभ
सूर्य स्पष्ट:- ०२°००’५४”
चंद्रमा:- कर्क
मंगल:- मिथुन
बुध:- वृषभ
गुरु:- कुंभ
शुक्र:- वृषभ
शनि:- मकर
राहु:- वृषभ
केतु:- वृश्चिक
अयन:- उत्तरायण
सूर्योदय:- ०५:२२ (काशी)
सूर्योदय:- ०५:३३ (दिल्ली)
सूर्योदय:- ०५:४२ (सालासर)
सूर्यास्त:- ०६:३८ (काशी)
सूर्यास्त:- ०७:०२ (दिल्ली)
सूर्यास्त:- ०७:१३ (सालासर)
दिनमान:- ३३:१० (काशी)
दिशा शूल:- पूर्व
निवारण उपाय:- दूध की मिठाई का सेवन
ऋतु:- ग्रीष्म ऋतु
गुलिक काल:- १३:३० से १५:००
राहु काल:- ०७:३० से ०९:००
अभिजीत मुहर्त:- १२:०३ से १२:५१
विक्रम संवत:- २०७८
संवत्सर नाम:- आनंद
शक संवत:- १९४३
युगाब्ध:- ५१२३

 

सूर्योदयकालीन दैनिक स्पष्टभौमादिग्रह

मंगल:- १९°०९’१७”
बुध:- २२°३१’००”
गुरु:- ०७°२७’०६”
शुक्र:- १६°२९’३०”
शनि:- १५°२२’३८”
राहु:- १७°२२’५५”
केतु:- १७°२२’५५”

 

लग्न सारणी समाप्ति समय (दिन)

वृषभ लग्न:- ०७:०९ तक
मिथुन लग्न:- ०९:२३ तक
कर्क लग्न:- ११:४१ तक
सिंह लग्न:- ०१:५५ तक
कन्या लग्न:- ०४:०८ तक
तुला लग्न:- ०६:२४ तक

लग्न सारणी समाप्ति समय (रात्रि)

वृश्चिक लग्न:- ०८:४१ तक
धनु लग्न:- १०:४७ तक
मकर लग्न:- १२:३४ तक
कुंभ लग्न:- ०२:०५ तक
मीन लग्न:- ०३:३३ तक
मेष लग्न:- ०५:१० तक

 

चौघड़िया दिन

अमृत:- ०५:४२ से ०७:२३
शुभ:- ०९:०४ से १०:४५
चंचल:- १४:०७ से १५:४८
लाभ:- १५:४८ से १७:२९
अमृत:- १७:२९ से १९:१३

चौघड़िया रात

चंचल:- १९:१३ से २०:३२
लाभ:- २३:१० से ००:२९
शुभ:- ०१:४८ से ०३:०७
अमृत:- ०३:०७ से ०४:२६
चंचल:- ०४:२६ से ०५:४२

 

आज के विशेष योग

वर्ष का ३५ वाँ दिन, यायीजयोग दिन ०७:१७ तक, सर्वार्थसिद्धि योग व रवि योग दिन में ०९:४२ से, श्री आध जगतगुरु शंकराचार्य जयंती, पुनर्वसु नक्षत्र में पूर्व दिशा का दोष है, पुष्य नक्षत्र में केतु का वेध है, संत सूरदास जयंती, विश्व दूर संचार दिवस, पुत्र प्राप्ति व्रत।

 

वास्तु टिप्स

घर का प्रवेश द्वार अन्य दरवाजों से ऊँचा और बड़ा होना अत्यंत शुभ होता है।

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