10 मई 2021 सोमवार “चंद्रवासरे” का पंचांग “ऋषिकेश पंचांग (काशी) अनुसार” जानिए, आज के विशेष योग व वास्तु शास्त्र के अनुसार जानिए किस दिशा का द्वार वंश नाशक का सूचक होता है
10 मई 2021 सोमवार “चंद्रवासरे” का पंचांग “ऋषिकेश पंचांग (काशी) अनुसार” जानिए, आज के विशेष योग व वास्तु शास्त्र के अनुसार जानिए किस दिशा का द्वार वंश नाशक का सूचक होता है
दिनांक:- 10 मई 2021
वार:- सोमवार (चंद्रवसरे)
तिथि:- चतुर्दशी रात्रि ०९:२८ तक तदोपरांत अमावस्या
पक्ष:- कृष्ण पक्ष
माह:- वैशाख
गोल:- उत्तर
नक्षत्र:- आश्विनी रात्रि ८:२१ तक तदोपरांत भरणी
योग:- आयुष्यमान रात्रि ०९:४४ तक तदोपरांत सौभाग्य
करण:- विष्टि उपरांत शकुन
सूर्य:- मेष
चंद्रमा:- मेष
मंगल:- मिथुन
बुध:- वृषभ
गुरु:- कुंभ
शुक्र:- वृषभ
शनि:- मकर
राहु:- वृषभ
केतु:- वृश्चिक
अयन:- उत्तरायण
सूर्योदय:– ०५:२६ (काशी)
सूर्योदय:- ०५:३८ (दिल्ली)
सूर्यास्त:- ०६:३४ (काशी)
सूर्यास्त:- ०६:५७ (दिल्ली)
दिशा शूल:- पूर्व
निवारण उपाय:- दूध का सेवन
ऋतु:- वसंत ऋतु
गुलिक काल:- ०१:३० से ३:००
राहु काल:- ०७:३० से ०९:००
अभिजीत मुहर्त:- १२:०३ से १२’:५१
विक्रम संवत:- २०७८
संवत्सर नाम:- आनंद
शक संवत:- १९४३
युगाब्ध:- ५१२३
सूर्यादि ग्रह सूर्योदयकालीन दैनिक स्पष्ट
सूर्य:- २५°१६’५९”
मंगल:- १५°०२’२९”
बुध:- १३°१९’४८”
गुरु:- ०६°३८’०८”
शुक्र:- ०७°५३’५०”
शनि:- १५°१९’०९”
राहु:- १७°४५’१०”
केतु:- १७°४५’१०”
चौघड़िया दिन
अमृत:- ०५:४६ से ०७:२६
शुभ:- ०९:०६ से १०:४६
चंचल:- १४:०६ से १५:४६
लाभ:- २५:४६ से १७:२६
अमृत:- १७:२६ से १९:०८
चौघड़िया रात
चंचल:- १९:०८ से २०:२८
लाभ:- २३:०८ से ००:२८
शुभ:- ०१:४८ से ०३:०८
अमृत:- ०३:०८ से ०४:२८
चंचल:- ०४:२८ से ०५:४६
आज के विशेष योग
वर्ष का २८वाँ दिन, भद्रा दिन ०८:३५ तक स्वर्गलोक-शुभ-पूर्व, गंड़मूल रात्रि ०८:२५ तक, जैन चौदस।
वास्तु टिप्स
घर के मध्य भाग में मुख्य द्वार कभी नहीं बनाना चाहिए यह वंश हानि का प्रतीक है।
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