दैनिक पंचांग: 3 अक्टूबर 2020 शनिवार (मंदवासरे) “ऋषिकेश पंचांग (काशी) अनुसार” जानिए “लग्न सारणी, दैनिक ग्रह स्पष्ट” व वास्तु शास्त्र के अनुसार भवन में द्वारों की संख्या कितनी होनी चाहिए

दैनिक पंचांग: 3 अक्टूबर 2020 शनिवार (मंदवासरे) “ऋषिकेश पंचांग (काशी) अनुसार” जानिए “लग्न सारणी, दैनिक ग्रह स्पष्ट” व वास्तु शास्त्र के अनुसार भवन में द्वारों की संख्या कितनी होनी चाहिए

 

दैनिक पंचांग ऋषिकेश पंचांग (काशी) अनुसार

दैनिक पंचांग ऋषिकेश पंचांग (काशी) अनुसार

 

दिनांक:- 03-अक्टूबर-2020
वार:- शनिवार (मंदवासरे)
तिथि:- द्वितीया
पक्ष:- कृष्ण पक्ष
माह:- अधिक आश्विन
नक्षत्र:- रेवती 08:33 तक/अश्विनी
योग:- व्याघात 22:46 तक/हर्षण
करण:- तैतिल 18:11 तक/गर
अयन:- दक्षिणायण
सूर्य:- कन्या
चन्द्रमा:- मीन 08:33 तक/मेष
मंगल:- मीन (वक्री)
बुध:- तुला
गुरु:- धनु
शुक्र:- सिंह
शनि:- धनु
राहु:- वृषभ (वक्री)
केतु:- वृश्चिक (वक्री)
सूर्योदय:- 06:07 (काशी)
सूर्यास्त:- 17: 53 (काशी)
चंद्रोदय:- 18:47 (काशी)
दिशा शूल:- पूर्व
निवारण उपाय:- उङद का सेवन
ऋतु:- शरद् ऋतु
गुलिक काल:- 06:00 से 07:30 तक
राहु काल:- 09:00 से 10:30 तक
अभीजित:- 11:59 से 12:47 तक
विक्रम सम्वंत:- 2077
शक सम्वंत:- 1942
युगाब्द:- 5122
सम्वंत सर नाम:- प्रमादी

 

विशेश्वर ज्योतिर्लिंग

विशेश्वर ज्योतिर्लिंग

 

लग्न सारणी दिवा

कन्या लग्न:- 06:07 से 07:10 तक
तुला लग्न:- 07:10 से 09:26 तक
वृश्चिक लग्न:- 09:26 से 11:43 तक
धनु लग्न:- 11:43 से 13:49 तक
मकर लग्न:- 13:49 से 15:36 तक
कुंभ लग्न:- 15:36 से 17:07 तक

लग्न सारणी रात्रि

मीन लग्न:- 17:07 से 18:34 तक
मेष लग्न:- 18:34 से 20:12 तक
वृषभ लग्न:- 20:12 से 22:08 तक
मिथुन लग्न:- 22:08 से 00:22 तक
कर्क लग्न:- 00:22 से 02:40 तक
सिंह लग्न:- 02:40 से 04:54 तक

दैनिक ग्रह स्पष्ट

सूर्य:- 15°30″49′
मंगल:- 26°47″43′
बुध:- 10°30″50′
गुरु:- 26°11″46′
शुक्र:- 07°16″27′
शनि:- 28°16″36′
राहु:- 29°21″37′
केतु:- 29°21″37′

 

 

चोघङिया दिन
शुभ:- 07:57 से 09:26 तक
चंचल:- 12:24 से 13:53 तक
लाभ:- 13:53 से 15:22 तक
अमृत:- 15:22 से 16:51 तक
चोघङिया रात
लाभ:- 18:17 से 19:49 तक
शुभ:- 21:20 से 22:51 तक
अमृत:- 22:51 से 00:22 तक
चंचल:- 00:22 से 01:53 तक
लाभ:- 04:55 से 06:28 तक

 

महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग उज्जैन

 

आज के विशेष योग

वर्ष का 193वाँ दिन, पंचक समाप्त 08:50 तक, गंडमूल संपूर्ण दिन-रात।

वास्तु टिप्स

घर के सभी द्वार सम संख्या में हों तो शुभ होते हैं, परन्तु दस, बीस आदि न हों।

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