दैनिक पंचांग 22 सितंबर 2020 मंगलवार (भौमवासरे) “ऋषिकेश पंचांग (काशी) अनुसार” जानिए वास्तु शास्त्र के अनुसार “द्वार वेध” किसे कहते हैं व इसका क्या फल होता है
दैनिक पंचांग 22 सितंबर 2020 मंगलवार (भौमवासरे) “ऋषिकेश पंचांग (काशी) अनुसार” जानिए वास्तु शास्त्र के अनुसार “द्वार वेध” किसे कहते हैं व इसका क्या फल होता है
दिनांक:- 22-सितंबर-2020
वार:- मंगलवार (भौमवासरे)
तिथि:- षष्ठी 3:01 (मध्य रात्रि तक)/सप्तमी
माह:- अधिक आश्विन
पक्ष:- शुक्ल पक्ष
नक्षत्र:- अनुराधा 1:27 (मध्य रात्रि तक)/ज्येष्ठा
योग:- विष्कुम्भ 11:27 तक/प्रीति
करण:- कौलव 10:32
अयन:- दक्षिणायण
सूर्य:- कन्या
चन्द्रमा:- वृश्चिक
मंगल:- मेष
बुध:- कन्या 16:10 तक/तुला
गुरु:- धनु
शुक्र:- कर्क
शनि:- धनु
राहु:- मिथुन
केतु:- धनु
सूर्योदय:- 5:59 (काशी)
सूर्यास्त:- 18:01 (काशी)
चंद्रोदय:- 21:51 (काशी)
दिशा शूल:- उत्तर
निवारण उपाय:- गुङ का सेवन
ऋतु:- शरद् ऋतु
गुलिक काल:- 12:00 से 13:30 तक
राहु काल:- 15:00 से 16:30 तक
अभीजित:- 12:03 से 12:51 तक
विक्रम सम्वंत:- 2077
शक सम्वंत:- 1942
युगाब्द:- ,5122
सम्वंत सर नाम:- प्रमादी
चोघङिया दिन
चंचल:- 09:25 से 10:56 तक
लाभ:- 10:56 से 12:27 तक
अमृत:- 12:27 से 13:58 तक
शुभ:- 15:29 से 17:00 तक
चोघङिया रात
लाभ:- 20:00 से 21:29 तक
शुभ:- 22:58 से 00:27 तक
अमृत:- 00:27 से 01:56 तक
चंचल:- 01:56 से 03:25 तक
आज के विशेष योग
वर्ष का 182वाँ दिन, सूर्य दक्षिण गोल में प्रवेश, शरद् संपात् विषुव दिन, गुरु नानकदेव पुण्य दिवस (नवीन मत से), गंडमूल प्रारंभ 19:18 से।
वास्तु टिप्स
एक सीध में तीन दरवाजे “द्वार वेध” की श्रेणी में आते हैं यहाँ लक्ष्मी नहीं टिकती।
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