अगस्त 2021 के प्रमुख व्रत, पर्व व त्यौहार- Astrology Sutras
अगस्त 2021 के प्रमुख व्रत, पर्व व त्यौहार-
Astrology Sutras
१ अगस्त २०२१:- वृष के चन्द्र रात्रि ३:३३ पर।
२ अगस्त २०२१:- द्वितीय सोम प्रदोष व्रत, उमा महेश्वर पूजन प्रदोष काल में, भद्रा प्रारम्भ रात्रि ११:१४ पर।
३ अगस्त २०२१:- श्री बाबा लालू जसराय जी का महोछा, भद्रा समाप्ति दिन में १२:१६ पर, गौरी पूजन, श्री काली जी का वार्षिक श्रृंगार (कालका गली) काशी में।
४ अगस्त २०२१:- मिथुन के चन्द्र दिन में ३:२० पर, कामदा एकादशी व्रत सभी के लिए।
५ अगस्त २०२१:- प्रदोष व्रत।
६ अगस्त २०२१:- कन्या के चन्द्र रात्रि २:०३ पर, मास शिवरात्रि व्रत, भद्रा प्रारम्भ सायं ५:२० से।
७ अगस्त २०२१:- भद्रा समाप्ति प्रातः ५:४९ पर।
८ अगस्त २०२१:- स्नान-दान व श्राद्ध की अमावस्या, हरियाली अमावस्या, रवि पुष्य योग ९:४८ तक, मूल प्रारम्भ दिन में ४:४८ पर।
९ अगस्त २०२१:- सिंह के चन्द्र दिन में १०:३७ पर, तृतीय सोम प्रदोष व्रत उमा महेश्वर पूजन प्रदोष काल में, मूल।
१० अगस्त २०२१:- धर्म सम्राट स्वामी श्री करपात्री जी जयंती, माँ विंध्यवासिनी देवी पद यात्रा (देवी कोठा) काशी से, मूल समाप्ति दिन में १०:५४ पर, गौरी पूजन।
११ अगस्त २०२१:- कन्या के चन्द्र सायं ४:३३ पर, ठाकुराइन तीज, भद्रा प्रारम्भ रात्रि शेष ४:३२ पर।
१२ अगस्त २०२१:- वैनायकी गणेश चतुर्थी व्रत, भद्रा दिन में ३:३४ तक।
१३ अगस्त २०२१:- तुला के चन्द्र रात्रि ८:३२ पर, श्री नाग पंचमी, तक्षक पूजन, गुड़िया पंचमी, नाग कूप यात्रा व व्यायाम प्रदर्शन (काशी में)।
१४ अगस्त २०२१:- लुठ्ठन षष्ठी (बंगाल)।
१५ अगस्त २०२१:- वृश्चिक के चन्द्र रात्रि ११:१३ पर, श्री गोस्वामी तुलसी दास जयन्ती, भद्रा दिन में ९:२४ से रात्रि ८:१२ तक, भारतीय स्वतंत्रता दिवस।
१६ अगस्त २०२१:- चतुर्थ सोम प्रदोष व्रत, उमा महेश्वर पूजन प्रदोष काल में, माँ विंध्यवासिनी की जोत जगाना।
१७ अगस्त २०२१:- धनु के चन्द्र रात्रि १:३० पर, सिंह के सूर्य (संक्रान्ति), गौरी पूजन, मूल।
१८ अगस्त २०२१:- पुत्रदा एकादशी व्रत सभी के लिए, मूल समाप्ति रात्रि ११:५८ पर, भद्रा दिन में, १२:५५ से रात्रि ११:५४ तक।
१९ अगस्त २०२१:- मकर के चन्द्र रात्रि ४:१९ पर।
२० अगस्त २०२१:- प्रदोष व्रत, श्री मूलों माता जी का महोछा।
२१ अगस्त २०२१:- श्री चण्डिका जी का महोछा, व्रत की पूर्णिमा, भद्रा सायं ६:१० से रात्रि शेष ५:३५ तक।
२२ अगस्त २०२१:- कुम्भ के चन्द्र व पंचक प्रारम्भ दिन में ८:३५ पर, स्नान-दान की पूर्णिमा, रक्षा बन्धन, यजुर्वेदीयों का उपाकर्म (श्रावणी), जल विहार का श्रृंगार काशी के प्रमुख देवालयों में।
२३ अगस्त २०२१:- दधि का त्याग, पंचक।
२४ अगस्त २०२१:- मीन के चन्द्र दिन में २:५५ पर, पंचक, श्री विंध्यवासिनी एवं श्री भीम चण्डी जयन्ती, कजरी का रतजग्गा, भद्रा प्रारम्भ रात्रि शेष ४:१५ पर।
२५ अगस्त २०२१:- श्री संकष्टी (बहुली) गणेश चतुर्थी व्रत, चन्द्रोदय रात्रि ८:२७ पर, भद्रा समाप्ति दिन में ४:२४ पर।
२६ अगस्त २०२१:- मेष के चन्द्र व पंचक समाप्ति रात्रि ११:४४ पर, मूल।
२७ अगस्त २०२१:- भाई भिन्ना, मूल समाप्ति रात्रि १:४४ पर।
२८ अगस्त २०२१:- ललही छाठ (संतान की प्राप्ति एवं आयु के लिए), ठण्डरी का बासी बनाना, भद्रा प्रारम्भ रात्रि ८:१४ पर।
२९ अगस्त २०२१:- वृष के चन्द्र दिन में १०:४४ पर, भानु सप्तमी, ठण्डरी का पूजन करना व बासी खाना, भद्रा दिन में ९:१३ तक।
३० अगस्त २०२१:– श्री कृष्ण जन्माष्टमी।
३१ अगस्त २०२१:- मिथुन के चन्द्र रात्रि १०:३० पर, गोगा नवमी।
जय श्री राम।
Astrologer:- Pooshark Jetly
Astrology Sutras (Astro Walk Of Hope)
Mobile:- 9919367470, 7007245896
Email:- pooshark@astrologysutras.com
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