अगस्त 2020 जानें विशेष तिथियाँ पर्व व व्रत

अगस्त 2020 जानें विशेष तिथियाँ पर्व व व्रत

 

अगस्त माह के प्रमुख व्रत व पर्व

अगस्त माह के प्रमुख व्रत व पर्व

 

1 अगस्त:- शनि प्रदोष व्रत, मूल समाप्ति दिन में ७:३९ पर, श्री मूलो माता जी का महोछा।

 

2 अगस्त:- मकर के चंद्र दिन में १२:२६ पर, श्री चंडिका जी का महोछा, भद्रा रात्रि ८:३६ से।

 

3 अगस्त:- पूर्णिमा, रक्षा बंधन, यजुर्वेदियों का उपाकर्म (श्रावणी) अंतिम सोम प्रदोष व्रत, उमा महेश्वर पूजन प्रदोष काल में, भद्रा समाप्ति दिन में ८:२९ पर, जल विहार का श्रृंगार काशी के प्रमुख देवालयों में।

 

4 अगस्त:- कुंभ के चंद्र व पंचक प्रारम्भ रात्रि ८:५४ पर, दधि का त्याग।

 

5 अगस्त:- श्री विंध्यवासिनी जयंती, श्री भीम चंडी जयंती, कजरी का रत जग्गा, अशून्य शयन व्रत, पंचक।

 

6 अगस्त:- विशालाक्षी यात्रा, कज्जली (कजरी) तीज, भद्रा दिन में १०:०२ से रात्रि १०:३८ तक, पंचक।

 

7 अगस्त:- श्री संकष्टी (बहुला) गणेश चतुर्थी व्रत, मीन के चंद्र, चंद्रोदय रात्रि ९:१३ पर, पंचक।

 

8 अगस्त:- भाई भिन्ना, मूल दिन में ३:४१ से प्रारम्भ, पंचक।

 

9 अगस्त:- मेष के चंद्र व पंचक समाप्ति सायं ६:१७ पर, मूल, ललही छठ (संतान की प्राप्ति एवं आयु के लिए), ठंडरी का बासी बनाना, भद्रा प्रारम्भ रात्रि ४:१६ से।

 

10 अगस्त:- ठंडरी का पूजन करना व बासी खाना, भद्रा समाप्ति सायं ५:१५ पर, मूल समाप्ति रात्रि ८:५६ पर।

 

11 अगस्त:- श्री कृष्ण जन्माष्टमी स्मार्तों की।

 

12 अगस्त:- वृष के चंद्र, श्री कृष्ण जन्माष्टमी वैष्णवों की।

 

13 अगस्त:- गोगा नवमी, भद्रा रात्रि ९:५७ से।

 

14 अगस्त:- मिथुन के चंद्र दिन में ३:५६ पर, भद्रा समाप्ति दिन में १०:२७ पर।

 

15 अगस्त:- जया एकादशी व्रत, स्वतंत्रता दिवस।

 

16 अगस्त:- प्रदोष व्रत, गोबच्छा पूजन।

 

17 अगस्त:- कर्क के चंद्र, सिंह के सूर्य (संक्रांति), भद्रा दिन में १०:२७ से रात्रि ९:५७ तक, मूल रात्रि शेष ५:२९ से प्रारंभ।

 

18 अगस्त:- श्राद्ध की अमावस्या, मूल, सिंह के चंद्र रात्रि ४:५३ पर।

 

19 अगस्त:- कुशोत्पाटनी अमावस (ॐ हूँ फट) इस मंत्र से कुशा ग्रहण करना, स्नान-दान की अमावस्या, मूल रात्रि ३:५७ पर।

 

20 अगस्त:- यायीजय योग, तीज की सर्घी, वाराहावतार।

 

21 अगस्त:- कन्या के चंद्र, हरितालिका तीज व्रत।

 

22 अगस्त:- श्री वैनायकी गणेश चतुर्थी व्रत, गणेश नवरात्र प्रारम्भ, भद्रा दिन में १२:४७ से रात्रि ११:३४ तक।

 

23 अगस्त:- तुला के चंद्र दिन में १०:४६ पर, ऋषि पंचमी, सप्त ऋषि पूजन (संकटा घाट) काशी में, बिना हल चली भूमि के अन्न का भोजन करना।

 

24 अगस्त:- श्री लोलार्क षष्ठी व्रत, स्वामी कार्तिकेय दर्शन।

 

25 अगस्त:- वृश्चिक के चंद्र दिन में १:०७ पर, श्री महालक्ष्मी जी का धागा बाँधना-सप्तमी बालो के लिए, सोलह दिवसीय लक्ष्मीजी का मेला (सोरहिया) प्रारम्भ, भद्रा दिन में ४:१९ से रात्रि ३:१४ तक।

 

26 अगस्त:- राधा अष्टमी, महालक्ष्मी जी का धागा बाँधना-अष्टमी बालो के लिए, काशी में लक्ष्मी कुण्ड में स्नान-दान-दर्शन, मूल प्रारम्भ सायं ५:२२ से।

 

27 अगस्त:- धनु के चंद्र सायं ४:१६ पर, महानन्दा नवमी, मूल।

 

28 अगस्त:- मूल समाप्ति दिन में ३:३३ पर, भद्रा रात्रि १०:0४ से।

 

29 अगस्त:- मकर के चंद्र रात्रि ९:११ पर, पद्मा एकादशी व्रत, भद्रा समाप्ति दिन में ९:28 पर, वामन द्वादशी।

 

30 अगस्त:- प्रदोष व्रत।

 

31 अगस्त:- कुम्भ के चंद्र व पंचक प्रारम्भ रात्रि ४:२२ पर, अनंत चतुर्दशी व्रत (मध्याह्न)।

 

जय श्री राम।

Astrologer:- Pooshark Jetly

Astrology Sutras (Astro Walk Of Hope)

Mobile:- 9919367470

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