मकर राशि: जानिए, मकर राशि वाले व्यक्तियों के जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें

मकर राशि: जानिए, मकर राशि वाले व्यक्तियों के जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें

 

मकर राशि वाले व्यक्तियों के जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें

मकर राशि वाले व्यक्तियों के जीवन से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें

 

मकर राशि वाले व्यक्तियों के शरीर के नीचे का भाग (कमर से पैर तक) कृश होता है किंतु ऐसे व्यक्तियों में सत्व (शारीरिक, मानसिक तथा आत्मिक शक्ति) काफी होता है, ऐसे व्यक्ति दूसरों की बात मानते है किंतु स्वभाव से आलसी होते हैं, मकर राशि वाले व्यक्ति धर्म ध्वज होते हैं अर्थात ऐसे व्यक्तियों का बाहरी आवरण बहुत धार्मिकता का होता है, मकर राशि वाले लोग घूमने के शौकीन, भाग्यवान किंतु लज्जाहीन एवं वात रोग से पीड़ित रहते हैं, मकर राशि वाले व्यक्ति धीर, विद्वान, राजा का प्रिय, दयावान, सत्य वक्ता, दानी, अलसी, गान विद्या निपुण, क्रोधी, दंभी, बातों को न भूलने वाला अर्थात श्रुतिधर, भाग्यवान, काव्य कुशल, लोभी, दृढ़ प्रतिज्ञ, ख्यातिमान परंतु कोई सुविख्यात और कोई कुविख्यात होता है साथ ही यदि कुंडली में अच्छे योग हों तो व्यक्ति की बड़ी ख्याति होती है अथवा व्यक्ति उच्चपदाधिकारी होता है, मकर राशि वाले व्यक्ति स्वम् के स्वभाव के कारण स्वम् के लिए लोगों को शत्रु बना लेते हैं जिससे इनको बड़ी हानि होने की संभावना रहती है, मकर राशि वाले व्यक्तियों का सुंदर रूप, मोटा शरीर, कमर भाग पतला, सुंदर नेत्र, काले केश, गर्दन में तिल का चिन्ह व जल से भय युक्त होते हैं, मकर राशि वाले जातक अपनी स्त्री और संतानों से अत्यंत प्रेम करते हैं किंतु ऐसे व्यक्तियों की स्त्री उनके विपरीत कुल की या स्वभाव से बिल्कुल विपरीत और उम्र में कुछ बड़ी होती है अथवा जातक ऐसी स्त्रियों के साथ अनैतिक संबंध बनाने वाला (कुंडली में अशुभ योग होने पर ही यह फल होता है।) तथा अपने कुल में उत्तम वृत्ति का करने वाला होता है।

 

मकर राशि वालों के लिए ३, ५, ७, १०, १३, २०, २३, २५ व ३५ वर्ष अनिष्टकारी होता है, वें वर्ष में पीड़ा, वें वर्ष में जल भय, १० वें वर्ष में वृक्ष अथवा ऊंचे स्थान से गिरकर चोट का भय, १२ वें वर्ष में शस्त्र भय, २० वें वर्ष में ज्वर बाधा, २५ वें वर्ष में हाथ व पैरों में पीड़ा तथा ३५ वें वर्ष में बाएं अंग में अग्नि से भय होता है, यदि चंद्रमा शुभ दृष्ट हो तथा अन्य किसी प्रकार के आयु बाधक योग ग्रह न बनाते हों तो व्यक्ति की औसत आयु ९० वर्ष तक की रहती है कुछ ग्रंथकारों के अनुसार औसत आयु ९३ वर्ष बतलाई गयी है, चतुर्थी, नवमी व पूर्णिमा तिथि इनके लिए अशुभ होती है, शनिवार सदा ही शुभफलदाई रहता है, वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला और कुंभ राशि वाले इनके मित्र व मेष, कर्क, सिंह तथा वृश्चिक राशि वाले इनके शत्रु रहते हैं।

 

जय श्री राम।

 

Astrologer:- Pooshark Jetly

Astrology Sutras (Astro Walk Of Hope)

Mobile:- 9919367470, 7007245896

Email:- pooshark@astrologysutras.com

0 replies

Leave a Reply

Want to join the discussion?
Feel free to contribute!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *