मंगल का धनु राशि से गोचर:- जाने किस राशि पर क्या पड़ेगा प्रभाव:-
मंगल का धनु राशि से गोचर 8 फरवरी 2020:-
मंगल ग्रह:-
भूमि पुत्र मंगल, लोहितांग के नाम से भी जाने जाते हैं जो कि शिव जी के पसीने से उत्पन्न हुए थे और देवी पृथ्वी के आग्रह करने पर शिव जी ने उन्हें सौंपा था, मंगल ग्रह को नव ग्रहों में सेनापति के नाम से जाना जाता है जो कि शक्ति, पराक्रम व ऊर्जा के ग्रह हैं इनका वर्ण रक्त अर्थात लाल है यदि मंगल किसी व्यक्ति की कुंडली में द्वितीय, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम व द्वादश भाव में हो तो कुज दोष जिसे हम सभी मंगल दोष के नाम से जानते हैं बनता है जो कि दामपत्य जीवन के लिए शुभ नही माना जाता है किंतु यदि यही मंगल राजयोगकारक हो जाए तो अनेक प्रकार शुभ प्रभावी हो जाता है।
मेष व वृश्चिक मंगल की स्वराशि है अर्थात मेष व वृश्चिक राशि का स्वामित्व मंगल ग्रह के पास है, मंगल ग्रह मकर राशि में उच्च के तो कर्क राशि में नीच के हो जाते हैं मंगल ग्रह के इस गोचर परिवर्तन का विभिन्न राशियों पर विभिन्न प्रभाव पड़ेगा तो चलिए जानते हैं मंगल ग्रह के धनु राशि से गोचर के दौरान किस राशि पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
गोचर काल की अवधि:-
मंगल ग्रह जो देवी पृथ्वी के पुत्र व नव ग्रहों में सेनापति के नाम से जाने जाते हैं 7 फरवरी 2020 की मध्य रात्रि 2 बजकर 45 मिनट 2 सेकंड पर अपनी खुद की वृश्चिक राशि को छोड़कर देव गुरु वृहस्पति की मूल त्रिकोण राशि धनु में प्रवेश कर जाएंगे जहां 22 मार्च की दोपहर 2 बजकर 36 मिनट 59 सेकंड तक रहेंगे।
मंगल के धनु राशि से गोचर के दौरान विभिन्न राशियों पर पड़ने वाले प्रभाव:-
मेष राशि:-
मेष राशि वालों के लिए मंगल पहले भाव के साथ-साथ अष्टम भाव के स्वामी भी होते हैं जो कि आपके नवम भाव से गोचर करेंगे फलस्वरूप आप अपने दैहिक पराक्रम से अपने भाग्य की वृद्धि करेंगे किन्तु मंगल अष्टम भाव का भी स्वामी है तो आपके भाग्योदय में कुछ अड़चने भी आएंगी, पिता के स्वास्थ्य का ख्याल रखें, आय में वृद्धि होगी, यात्राओं के योग बनेंगे, विदेश यात्रा हो सकती है, आवेश में आने से बचें, छोटे भाई-बहन यदि हैं तो उनकी उन्नति होगी, घर में कोई शुभ काम हो सकता है, क्रोध व वाणी पर नियंत्रण रखें, धार्मिक कार्यों में रुचि बड़ेगी, धार्मिक यात्रा हो सकती है, नौकरी परिवर्तन के योग बनेंगे, प्रमोशन के लिए बात चल सकती है।
वृषभ राशि:-
वृषभ राशि वालों के लिए मंगल सप्तम व द्वादश भाव के स्वामी होते हैं जो कि आपके अष्टम भाव से गोचर करेंगे अतः स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखें, जीवनसाथी से विवाद संभव रहेगा, तामसिक चीजों से परहेज करें, जिन्हें रक्त विकार या दिल की बीमारी है वह अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें, वाहन सावधानी से चलाएं, ससुराल पक्ष के लोगों की वाणी से आपको ठेस पहुँच सकती है क्योंकि सप्तम भाव जीवनसाथी और अष्टम भाव, सप्तम भाव से दूसरा भाव होने के कारण से आपके जीवनसाथी के कुटुंब की वाणी का भाव है, जीवनसाथी के स्वास्थ्य का ख्याल रखें सर्जरी के योग बनेंगे, परकम्र में वृद्धि होगी, छोटे भाई-बहन यदि हैं तो उनकी उन्नति होगी, आवेश में आने से बचें।
मिथुन राशि:-
मिथुन राशि वालों के लिए मंगल छठे व ग्याहरवें भाव के स्वामी होते हैं जो कि आपके सप्तम भाव से गोचर करेंगे अतः यह समय नौकरी पेशा लोगों के लिए काफी अच्छा रहेगा, आय में वृद्धि होगी, प्रमोशन की संभावनाएं बनेंगी, जो लोग पार्टनरशिप में काम करते हैं उनके लिए भी यह अच्छा समय रहेगा, जीवनसाथी से विवाद संभव है, क्रोध व वाणी पर नियंत्रण रखें, यदि आप कर्ज लेना चाहते हैं तो कुछ समय इंतजार करें, फालतू विवाद से बचें, जो लोग नया व्यापार शुरू करना चाहते हैं वह पत्नी को साझेदार बनाकर करें तो अत्यंत लाभ मिलेगा, समाज में मान-प्रतिष्ठा प्राप्त होगी, कार्य को लेकर भागा-दौड़ी रहेगी।
कर्क राशि:-
कर्क राशि वालों के लिए मंगल पंचम व दशम भाव अर्थात त्रिकोण व केंद्र के स्वामी होकर राजयोगकारक हो जाते है जो कि आपके छठे भाव से गोचर करेंगे अतः स्वास्थ्य का ख्याल रखें, कर्ज से छुटकारा मिल जाएगा, जो लोग सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं उनके लिए यह अच्छा समय सिद्ध होगा, विदेश यात्रा के योग बनेंगे, शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी, स्वास्थ्य का ख्याल रखें, प्रेमियों के लिए यह गोचर अच्छा सिद्ध होगा, पिता की उन्नति होगी, जो लोग अपने पिता के कार्य से जुड़े हुए हैं उनके लिए भी यह अच्छा समय सिद्ध होगा व उन्नति के नए मार्ग खुलेंगे, पिता के स्वास्थ्य का ख्याल रखें, मुकदमें में विजय प्राप्त होगी।
सिंह राशि:-
सिंह राशि वालों के लिए मंगल चतुर्थ व नवम अर्थात केंद्र व त्रिकोण के स्वामी होकर राजयोगकारक हो जाते है जो कि आपके पंचम भाव से गोचर करेंगे, मंगल का यह गोचर आपके लिए बेहद शुभ रहेगा संतान का उत्तम सुख प्राप्त होगा, जिनका विवाह हो गया है व संतान की चाह रखते हैं उन्हें इन 45 दिनों में कोई अच्छी खबर मिल सकती है और संतान में पुत्र रत्न प्राप्ति की संभावना काफी अधिक रहेगी, यदि आप विवाह योग्य हो गए हैं तो आपके विवाह की बात चल सकती है, माता के स्वास्थ्य में सुधार होगा, विद्यार्थियों के लिए यह समय बहुत अच्छा सिद्ध होगा, प्रेमियों के लिए भी यह गोचर अच्छा रहने वाला है बस अपनी वाणी पर थोड़ा नियंत्रण रखें, दामपत्य जीवन भी अच्छा रहेगा, कोई भी निर्णय सोच-समझकर व बड़ों से सलाह कर के ही लें, व्यापारियों के लिए मंगल का यह गोचर बेहद शुभ रहेगा, नौकरी पेशा लोगों के प्रमोशन या नौकरी परिवर्तन के योग बनेंगे, आय में वृद्धि होगी, जीवनसाथी के साथ किसी यात्रा पर जा सकते हैं, जो विद्यार्थी बाहर जाना चाहते हैं उनके लिए भी मंगल का यह गोचर बेहद शुभ रहेगा, पंचम भाव बुद्धि का भाव है जहाँ मंगल व केतु की युति रहेगी अतः क्रोध पर नियंत्रण रखें।
कन्या राशि:-
कन्या राशि वालों के लिए मंगल तृतीय व अष्टम भाव के स्वामी होते हैं जो कि आपके चतुर्थ भाव से गोचर करेंगे अतः आपके घर के माहौल में तनाव की स्थिति रह सकती है, माता के स्वास्थ्य का ख्याल रखें, अष्टम भाव के स्वामी का चतुर्थ भाव अर्थात सुख भाव से गोचर आपके जीवनसाथी के साथ संबंध खराब कर सकता है, फालतू विवाद से बचें, व्यापारियों के लिए मंगल का यह गोचर अच्छा रहेगा, नौकरी पेशा लोगों को उनके सीनियर का सहयोग मिलेगा, प्रमोशन की बात चल सकती है, पैतृक संपत्ति प्राप्त होने के योग बनेंगे, आय को लेकर भी कुछ तनाव रह सकता है, मंगल का यह गोचर शुरुवात के 4 दिन आपके सीनियर से संबंध खराब भी कर सकता है, कार्यस्थल पर सोच-समझकर ही कोई निर्णय लें व क्रोध और वाणी पर नियंत्रण रखें, मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा, धन अधिक व्यय होगा।
तुला राशि:-
तुला राशि वालों के लिए मंगल द्वितीय व सप्तम भाव के स्वामी होकर तीसरे भाव से गोचर करेंगे अतः आपका पराक्रम बड़ेगा, आप इस दौरान जो भी मेहनत करेंगे उसका पूर्ण फल प्राप्त होगा, छोटे भाई-बहन से संबंधों में कड़वाहट आ सकती है, आय की वृद्धि होगी, व्यापारियों के लिए मंगल का यह गोचर बहुत शुभ नही रहने वाला है अतः गलत निर्णय लेने से बचें, पिता के स्वास्थ्य का ख्याल रखें, शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी, सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे लोगों के लिए यह अच्छा समय साबित होगा, छोटी यात्राएं हो सकती है, यात्राओं पर धन व्यय होगा, मान-सम्मान में वृद्धि होगी, आवेश में आने से बचें, सीनियर के साथ बनाकर चलें, भाग्य की वृद्धि होगी, नौकरी पेशा लोगों के लिए यह गोचर अच्छा रहेगा, आय वृद्धि के नए मार्ग खुलेंगे, धार्मिक कार्यों में धन व्यय होगा, घर में कोई शुभ कार्य हो सकता है।
वृश्चिक राशि:-
वृश्चिक राशि वालों के लिए मंगल पहले व छठे भाव के स्वामी होकर दूसरे भाव से गोचर करेंगे अतः दैहिक परिश्रम से आय की वृद्धि होगी, दवाइयों पर धन व्यय हो सकता है, स्वास्थ्य का ख्याल रखें, जीवनसाथी से विवाद संभव होगा, आपका क्रोध ही आपका सबसे बड़ा शत्रु है अतः क्रोध और वाणी पर नियंत्रण रखें, दूसरा भाव वाणी का भाव है और वहाँ मंगल व केतु दो गर्म ग्रह की युति आपकी वाणी को कटु बनाएगी, आपके द्वारा बोली गयी कई बात सत्य साबित होंगी अतः सोच-समझकर ही बोलें, जिनका विवाह हो गया है व संतान की चाह रखते हैं उनके लिए मंगल का यह गोचर अच्छा सिद्ध होगा, संतान की उन्नति होगी, प्रेमियों के लिए भी यह समय अच्छा रहेगा, स्वास्थ्य का ख्याल रखें, मंगल का यह गोचर सर्जरी के योग बनाएगा, अध्यात्म की ओर झुकाव बड़ेगा, लग्नेश का धन भाव से गोचर अचानक से धन लाभ कराएगा, नौकरी पेशा लोगों के प्रमोशन की बात चल सकती है, बड़े भाई-बहन यदि हैं तो उनका सहयोग प्राप्त होगा, व्यापारियों के लिए भी यह समय अच्छा साबित होगा कोई कर्ज लेकर कारोबार की वृद्धि के योग बनेंगे।
धनु राशि:-
धनु राशि वालों के लिए मंगल पंचम व द्वादश भाव के स्वामी होकर पहले भाव से गोचर करेंगे अतः यात्राओं के योग बनेंगे, विद्यार्थियों के लिए मंगल का यह गोचर बेहद शुभ रहेगा, आत्मविश्वास की वृद्धि होगी, आवेश में आने से बचें व वाणी और क्रोध पर नियंत्रण रखें, आपके अत्यधिक क्रोध के कारण घर के माहौल में तनाव की स्थिति बनेगी, जीवनसाथी से विवाद संभव है, फालतू विवाद में न पड़ें, घर के किसी बुजर्ग की सेहत खराब हो सकती है, भूमि व वाहन का सुख प्राप्त होगा, वाहन सावधानी से चलाएं, जिनको रक्त जनित विकार है वह अपने स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखें हालांकि गुरु भी आपके पहले भाव से ही गोचर करेंगे इसलिए आपका स्वास्थ्य में सुधार भी जल्दी हो जाएगा, आग से सावधानी रखें व तामसिक चीजों से परहेज करें, कार्यस्थल में कुछ तनाव की स्थिति रह सकती है, परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा, कहीं घूमने जा सकते हैं।
मकर राशि:-
मकर राशि वालों के मंगल चतुर्थ व एकादश भाव के स्वामी होते हैं जो कि आपके द्वादश भाव से गोचर करेंगे अतः खर्च अधिक होगा, अध्यात्म की ओर झुकाव बड़ेगा, जीवनसाथी से विवाद संभव है, स्वास्थ्य का ख्याल रखें, माता से विवाद संभव है किन्तु उनसे सहयोग भी प्राप्त होगा, आग, वाहन, बिजली से सावधानी बरतें, फिजूल की यात्राओं को टालने का प्रयास करें, दवाइयों व यात्राओं पर धन व्यय होगा, बड़े भाई यदि हैं तो उनकी उन्नति होगी, निद्रा की शिकायत रह सकती है, नौकरी पेशा लोगों के कार्यस्थल में बदलाव संभव है, कुल मिलाकर मकर राशि वालों के लिए मंगल का यह गोचर शुभ नही रहेगा मेरे अनुसार यदि आप नित्य सुंदरकांड का पाठ करें तो लाभ मिलेगा।
कुंभ राशि:-
कुंभ राशि वालों के लिए मंगल तीसरे व दसवें भाव के स्वामी होकर आपके एकादश भाव से गोचर करेंगे फलस्वरूप छोटे भाई-बहन का पूर्ण सहयोग मिलेगा व उनकी उन्नति होगी, आप अपने पराक्रम से आय वृद्धि के नए स्त्रोत बनाएंगे, व्यापारियो के लिए यह समय बेहद शुभ रहेगा, पिता की उन्नति होगी व पिता का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा, नौकरी पेशा लोगों के लिए भी यह समय अच्छा रहेगा, सीनियर आपके काम से खुश रहेंगे, प्रमोशन के योग बनेंगे, स्वास्थ्य का ख्याल रखें, प्रेमियों के लिए अच्छा समय रहेगा, विवाह के योग बनेंगे, ससुराल पक्ष से कोई अच्छी खबर मिल सकती है, शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी, फालतू विवाद में न पड़ें, जीवन में भागा-दौड़ी अधिक रहेगी।
मीन राशि:-
मीन राशि वालों के लिए मंगल दूसरे व छठे भाव के स्वामी होकर दसवें भाव से गोचर करेंगे, दसवें भाव में मंगल को दिग्बल प्राप्त होता है जिस कारण से वो और भी अधिक बलबान हो जाता है अतः आय की वृद्धि होगी, समाज में मान-सम्मान प्राप्त होगा, पिता का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा, प्रमोशन के योग बनेंगे, जीवन में स्थिरता आएगी, लंबे समय से चली आ रही बीमारी में लाभ होगा, माता के स्वास्थ्य का ख्याल रखें, यात्राओं के योग बनेंगे, पुराने मित्रों से मुलाकात हो सकती है, सीनियर के साथ कार्य के सिलसिले से यात्रा पर जा सकते हैं, जीवनसाथी से संबंध मधुर होंगे, जिनका विवाह हो गया है व संतान की चाह रखते हैं उनके लिए मंगल का यह गोचर शुभ रहेगा, पुत्र योग बनेंगे, संतान की उन्नति होगी, विद्यार्थोयों के लिए यह अच्छा समय रहेगा, प्रेमियों के लिए मंगल का यह गोचर मिला-जुला रहेगा।
जय श्री राम।
Astrologer:- Pooshark Jetly
Astrology Sutras (Astro Walk Of Hope)
Mobile:- 9919367470
Leave a Reply
Want to join the discussion?Feel free to contribute!