21 जून 2021 शुक्र का कर्क राशि से गोचर इन राशि वालों के चमकेंगे सितारे–Astrology Sutras
21 जून 2021 शुक्र का कर्क राशि से गोचर इन राशि वालों के चमकेंगे सितारे–Astrology Sutras
ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार वैदिक ज्योतिष में शुक्र को कला, सौंदर्य, प्रेम व भौतिक सुखों का कारक माना गया है सामान्य शब्दों में यदि समझा जाए तो हर प्रकार के सुख जिनसे प्राप्त होते हैं उन सभी के कारक शुक्र होते हैं यह देव गुरु बृहस्पति के भाई तथा दैत्यों के आचार्य हैं तथा नवग्रहों में शुक्र इकलौते ऐसे ग्रह हैं जिन्हें मृत संजीवनी विद्या प्राप्त है जिस कारण से कुंडली के अष्टम भाव जहाँ सभी ग्रह प्रायः अशुभ फल ही देते हैं वहाँ शुक्र यदि स्थित हों तो मनुष्य को काल के मुख से भी निकाल लाते हैं, २१ जून २०२१ को एकादशी तिथि की रात्रि के १०:३५ पर शुक्र ग्रह कर्क राशि में पुनर्वसु नक्षत्र के चतुर्थ चरण में प्रवेश करेंगे तो चलिए जानते हैं शुक्र ग्रह के गोचर परिवर्तन से किन राशि वालों के सितारे चमकेंगे:-
मेष राशि:-
ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार मेष राशि वालों के लिए शुक्र द्वितीय व चतुर्थ भाव के स्वामी होकर चतुर्थ भाव से गोचर करेंगे चतुर्थ भाव में शुक्र दिग्बली भी हो जाते हैं अतः किसी संपत्ति के क्रय करने के योग बनेंगे, यदि आप भूमि खरीदना या घर बदलना चाहते हैं तो शुक्र का यह गोचर आपके लिए बेहद शुभ रहेगा किंतु कभी-कभी घर में तनावपूर्ण स्थितियाँ उत्पन्न होने से मन व्यथित रहेगा, वाहन सावधानी से चलाएं, अत्यधिक परिश्रम करने पर उन्नति के नए अवसर प्राप्त होंगे, प्रेमियों के जीवन में भावुकता के हावी होने के कारण से कलहपूर्ण स्थितियाँ उत्पन्न हो सकती है, दाम्पत्य जीवन में मधुरता आएगी, जो लोग कोरोना काल में बेरोजगार हो गए थे उनको उन्नति के नए अवसर प्राप्त होंगे।
उपाय:- शुक्रवार के दिन गाय को चावल और चीनी मिलाकर खिलाएं।
वृषभ राशि:-
ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार वृषभ राशि वालों के लिए शुक्र प्रथम व षष्ठ भाव के स्वामी होकर तृतीय भाव से गोचर करेंगे फलस्वरूप चतुराई युक्त पराक्रम से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी व बिगड़े हुए कार्य पूर्ण होंगे, भाग्य का सहयोग प्राप्त होगा किंतु भाई-बहन से वैचारिक मतभेद संभव रहेगा, महिला शत्रुओं से सावधान रहें, छोटी यात्राएं के योग बनेंगे, शुक्र के इस गोचरकाल के दौरान आपके मन में एक प्रकार का असंतोष बना रहेगा तथा आपके मन में कुछ नया करने के विचार उत्पन्न होंगे।
उपाय:- श्री सूक्त का पाठ करें।
मिथुन राशि:-
ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार मिथुन राशि वालों के लिए शुक्र पंचम व द्वादश भाव के स्वामी होकर द्वितीय भाव से गोचर करेंगे फलस्वरूप महिलाओं पर धन व्यय होगा, दाम्पत्य जीवन में कलहपूर्ण स्थितियाँ उत्पन्न होने से मन व्यथित रहेगा, नवदम्पत्तियों को संतान से जुड़ा शुभ समाचार प्राप्त होगा, संतान की उन्नति होगी व सेहत में सुधार होगा, विद्यार्थियों के लिए शुक्र का यह गोचर बेहद शुभ रहेगा, सुख-संसाधनों पर धन व्यय होगा, शत्रुओं पर कुछ धन की शक्ति व चतुराई युक्त पराक्रम से विजय प्राप्त होगी, शेयर बाजार मे निवेश करने से बचें।
उपाय:- शुक्रवार के दिन दूध और चावल कुछ दक्षिणा के साथ किसी महिला को दान करें।
कर्क राशि:-
ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार कर्क राशि वालों के लिए शुक्र चतुर्थ व एकादश भाव के स्वामी होकर प्रथम भाव अर्थात लग्न से गोचर करेंगे फलस्वरूप चतुराई द्वारा आय वृद्धि के योग बनेंगे, क्रोध व वाणी पर नियंत्रण रखें, माता का सहयोग प्राप्त होगा, शुक्र के गोचरकाल में अकास्मिक कम से कम २ बार धन लाभ होने की संभावना रहेगी, किसी संपत्ति को क्रय करने के योग बनेंगे, जो लोग विवाह योग्य हो गए हैं उनके विवाह हेतु कहीं से रिश्ता आ सकता है, कोरोना काल में जिन लोगों की नौकरी चली गयी थी उनको उन्नति के नए अवसर प्राप्त होंगे, बेरोजगारों को नौकरी प्राप्त होगी।
उपाय:- नित्य श्री सूक्त व सुंदरकांड का पाठ करें तथा मंगलवार के दिन गाय को गुड़ खिलाएं।
सिंह राशि:-
ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार सिंह राशि वालों के लिए शुक्र तृतीय व दशम भाव के स्वामी होकर द्वादश भाव से गोचर करेंगे फलस्वरूप यात्राओं के योग बनेंगे, स्थान परिवर्तन एवं नौकरी परिवर्तन के योग बनेंगे, माता के स्वास्थ्य का ख्याल रखें, व्यय में वृद्धि होगी, महिलाओं व सुख-संसाधनों से जुड़ी वस्तुओं पर धन व्यय होगा, प्रेमियों के लिए शुक्र का यह गोचर बेहद शुभ रहेगा, अनैतिक संबंध बनाने से बचें, शुक्र के इस गोचरकाल के दौरान आप आध्यात्मिक सुखों की जगह भौतिक सुखों को अधिक महत्व देंगे, बाईं नेत्रों में समस्या संभव है, वाहन सावधानी से चलाएं अन्यथा बड़ी दुर्घटना के योग बनेंगे।
उपाय:- नित्य दुर्गा कवच का पाठ करें साथ ही छोटी कन्याओं को शुक्रवार के दिन चॉकलेट-चिप्स दान करें।
कन्या राशि:-
ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार कन्या राशि वालों के लिए शुक्र द्वितीय व नवम भाव के स्वामी होकर एकादश भाव से गोचर करेंगे फलस्वरूप आय में वृद्धि होगी, भाग्य का पूर्ण सहयोग मिलेगा, आपकी वाणी का लोगों पर काफी अच्छा प्रभाव पड़ेगा, महिलाओं से लाभ प्राप्त होगा व किसी महिला के सहयोग से आय वृद्धि के माध्यम बनेंगे, दाम्पत्य जीवन में मधुरता आएगी व शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी, परिवार व दवाईयों पर धन व्यय होगा, तनाव लेने से बचें अन्यथा दिल से जुड़ी कोई समस्या उत्पन्न हो सकती है, स्थान परिवर्तन या नौकरी परिवर्तन के योग बनेंगे, बड़े भाई-बहन से विवाद या उनके स्वास्थ्य में कोई समस्या रह सकती है।
उपाय:- नित्य श्री सूक्त का पाठ करें।
तुला राशि:-
ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार तुला राशि वालों के लिए शुक्र प्रथम भाव अर्थात लग्न और अष्टम भाव के स्वामी होकर दशम भाव से गोचर करेंगे फलस्वरूप चतुराई युक्त पराक्रम द्वारा कुछ झंझटों के साथ कार्यक्षेत्र में उन्नति के नए अवसर प्राप्त होंगे, माता का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा, जो लोग घर लेने का लंबे समय से विचार कर रहे हैं उनके लिए यह समय बेहद शुभ रहेगा, किसी संपत्ति के क्रय करने के योग बनेंगे, वाहनादि का सुख प्राप्त होगा, वाहन सावधानी से चलाएं, पिता को किसी प्रकार का कष्ट या पिता से वैचारिक मतभेद संभव रहेगा, भाग्य में उतार-चढ़ाव बना रहेगा, उदर, गले व मुख में किसी प्रकार की समस्या संभव है, वाणी पर विशेष नियंत्रण रखें, मानसिक व्यथा रहेगी, व्यर्थ की यात्राओं को टालने का प्रयास करें, घर में किसी मेहमान का आगमन संभव रहेगा।
उपाय:- नित्य गाय को चावल और चीनी मिलाकर खिलाएं व सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ करें।
वृश्चिक राशि:-
ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार वृश्चिक राशि वालों के लिए शुक्र सप्तम व द्वादश भाव के स्वामी होकर भाग्य स्थान से गोचर करेंगे फलस्वरूप भाग्य की वृद्धि होगी व महिलाओं से लाभ होगा, स्थान परिवर्तन के योग बनेंगे, कोरोना काल में जिनकी नौकरी चली गयी थी उन्हें पुनः उन्नति के अवसर प्राप्त होंगे, दाम्पत्य जीवन सामान्य रहेगा, जीवनसाथी का पूर्ण सहयोग मिलेगा, आवेश में आने से बचें, पराक्रम में वृद्धि होगी, घर के बड़े-बुजुर्गों के साथ समय बिताना आपको अच्छा लगेगा, धर्म-आध्यात्म में रुचि बढ़ेगी, मन अस्थिर रहेगा, स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें।
उपाय:- नित्य दुर्गा कवच का पाठ करें।
धनु राशि:-
ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार धनु राशि वालों के लिए शुक्र षष्ठ और एकादश भाव के स्वामी होकर अष्टम भाव से गोचर करेंगे फलस्वरूप यह ऐसा समय रहेगा जिसमें आपके स्वास्थ्य में समस्या तो आएंगी किंतु वह उतनी ही तीव्रता से ठीक भी होंगी, आप इस दौरान अत्यधिक कामातुर हो सकते हैं, ससुराल पक्ष से संबंधों में मधुरता आएगी, वाणी पर नियंत्रण रखें, दाम्पत्य जीवन अच्छा रहेगा किंतु किसी गलतफहमी के चलते कभी-कभी तनावपूर्ण स्थितियाँ उत्पन्न होंगी, आय में वृद्धि होगी, यात्राओं के योग बनेंगे, माता के स्वास्थ्य का ख्याल रखें, किसी संपत्ति के क्रय करने के योग बनेंगे, छुपे हुए शत्रुओं से सावधान रहें।
उपाय:- नित्य श्री सूक्त का पाठ करें व छोटी कन्याओं को शुक्रवार के दिन चॉकलेट-चिप्स दान करें।
मकर राशि:-
ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार मकर राशि वालों के लिए शुक्र पंचम व दशम भाव के स्वामी होकर कुंडली के राजयोगकारक ग्रह हो जाते हैं जो कि आपके सप्तम भाव से गोचर करेंगे फलस्वरूप जीवनसाथी से चले आ रहे विवाद समाप्त होंगे, कोरोना काल में जिनकी नौकरी चली गयी थी उनको उन्नति के पुनः अवसर प्राप्त होंगे, पराक्रम में वृद्धि होगी, कोई भी निर्णय सोच-समझ कर ही लें, नवदम्पत्तियों को संतान से जुड़ा शुभ समाचार प्राप्त होगा, शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी व भाग्य का सहयोग प्राप्त होगा, जो लोग विवाह योग्य हो गए हैं उनके विवाह हेतु कहीं बात चल सकती है, नेत्रों व उदर में कोई समस्या संभव है, क्रोध व वाणी पर नियंत्रण रखें।
उपाय:- नित्य गाय को चावल और चीनी मिलाकर खिलाएं।
कुंभ राशि:-
ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार कुंभ राशि वालों के लिए शुक्र चतुर्थ व नवम भाव के स्वामी होकर षष्ठ भाव में बैठेंगे फलस्वरूप चतुराई युक्त पराक्रम से शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे लोगों के लिए शुक्र का यह गोचरकाल बेहद शुभ रहेगा, भाग्य में उतार-चढ़ाव बना रहेगा, भूमि, वाहन या किसी संपत्ति के क्रय करने के योग बनेंगे, माता के स्वास्थ्य के प्रति पूर्णतया सचेत रहें, नवदम्पत्तियों को संतान से जुड़ा शुभ समाचार प्राप्त हो सकता है, यदि आप नया घर लेने का विचार कर रहे हैं या घर बदलना चाहते हैं तो अभी रुक जाएं और यदि बहुत ही आवश्यक हो तो किसी अच्छे वास्तु सलाहकार से परामर्श अवश्य करें, अकास्मिक धन लाभ के योग बनेंगे, धर्म-आध्यात्म में रुचि बढ़ेगी, यदि आप मंत्र साधना करना चाहते हैं तो उसके आरंभ हेतु यह बहुत अच्छा समय रहेगा।
उपाय:- 2 मंगलवार व 2 शुक्रवार दुर्गा जी को 16 श्रृंगार का सामान अर्पित करें।
मीन राशि:-
ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार मीन राशि वालों के लिए शुक्र तृतीय व अष्टम भाव के स्वामी होकर पंचम भाव से गोचर करेंगे स्वास्थ्य के प्रति बेहद सतर्क रहें, कोई भी निर्णय बहुत सोच-विचार कर ही लें, इस दौरान आपके द्वारा लिए हुए अधिकतर निर्णय गलत सिद्ध हो सकते हैं, धर्म-आध्यात्म में रुचि बढ़ेगी, संतान को कष्ट संभव रहेगा, गर्भवती महिलाएं अपने स्वास्थ्य के प्रति पूर्ण सतर्क रहें अन्यथा बड़ी समस्या उत्पन्न हो सकती है, विद्यार्थियों के लिए शुक्र का यह गोचर शुभदायी रहेगा, प्रेमियों के मध्य तनावपूर्ण माहौल उत्पन्न होगा, आय में उतार-चढ़ाव बना रहेगा।
उपाय:- नित्य दुर्गा कवच व सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ करें।
जय श्री राम।
Astrologer:- Pooshark Jetly
Astrology Sutras (Astro Walk Of Hope)
Mobile:- 9919367470, 7007245896
Email:- pooshark@astrologysutras.com
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