16 फरवरी 2021 को मनाई जाएगी बसंत पंचमी: जानें शुभ मुहर्त
16 फरवरी 2021 को मनाई जाएगी बसंत पंचमी: जानें शुभ मुहर्त
माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि बसंत पंचमी के नाम से विख्यात है इस वर्ष माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि १५ फरवरीकी मध्य रात्रि २ बजकर ४५ मिनट से १६ फरवरी की मध्य रात्रि ४ बजकर ३४ मिनट तक रहेगी शास्त्रों में सूर्योदय व्याप्त तिथि के अनुसार पर्व मनाने का विधान है अतः इस वर्ष १६ फरवरी को बसंत पंचमी मनाई जाएगी।
शास्त्रों के अनुसार बसंत पंचमी को श्री पंचमी भी कहा जाता है इस दिन अबूझ मुहर्त होने के कारण से किसी भी मांगलिक कार्यक्रम को करने के साथ किसी नई वस्तु का क्रय या किसी नए कार्य का आरंभ भी किया जा सकता है बसंत पंचमी के दिन विद्या की देवी माता सरस्वती के पूजन का विधान है इस दिन माता सरस्वती की पूजा करने से अत्यंत शुभ फल की प्राप्ति होती है तथा जिन विद्यार्थियों की शिक्षा में अवरोध उत्पन्न हो रहे हों उन्हें बसंत पंचमी के दिन माता सरस्वती की विधि पूर्वक पूजा करनी चाहिए।
पूजा शुभ मुहर्त:-
बसंत पंचमी के दिन अबूझ मुहर्त रहने के कारण किसी भी समय माता सरस्वती की पूजा की जा सकती है।
१६ फरवरी का अति सूक्ष्म पंचांग:-
दिनमान:- २८:००
नक्षत्र:- रेवती ३४ घड़ी १९ पल अर्थात रात्रि ०८:०८ तक।
करण:- वव २३ घड़ी ०८ पल उपरांत वालव
चंद्र गोचर:- मीन रात्रि ०८:०७ तक मेष ०८:०८ से
सूर्योदय:- ०६:३४
सूर्यास्त:- ०५:३६
सूर्य औदयिक स्पष्ट:- ०३:१५:१२
सूर्य गोचर:- कुंभ राशि
चन्द्रास्त:- ०९:५८
उपरोक्त सभी विवरण “ऋषिकेश पंचांग (काशी)” अनुसार है।
१६ फरवरी विशेष:-
चंद्रमा मेष राशि में रात्रि ०८:०८ से, श्री बसंत पंचमी, तक्षक पूजा, सरस्वती पूजन, रतिकाम महोत्सव, पंचक समाप्ति रात्रि ०८:०८ पर, मंगल को रेवती में पुंसवनसीमंत सूतिस्नान लाल वस्त्र धारण पश्चिम दिशा की यात्रा वस्तु क्रय मुहर्त है। रात्रि ०८:०८ के बाद अश्विनी में उत्तर दिशा को छोड़कर अन्य दिशा की यात्रा, ऑपरेशन करवाने का मुहर्त है।
जय श्री राम।
Astrologer:- Pooshark Jetly
Astrology Sutras (Astro Walk Of Hope)
Mobile:- 9919367470
Email:- pooshark@astrologysutras.com
जय श्री राम