सूर्य का मिथुन राशि से गोचर 15 जून 2021 यह 5 राशि वाले थे बेहद सावधान–Astrology Sutras
सूर्य का मिथुन राशि से गोचर 15 जून 2021 यह 5 राशि वाले थे बेहद सावधान–Astrology Sutras
ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार सूर्य 15 जून 2021 मंगलवार को दिन के १२:५० पर अपने शत्रु शुक्र की स्वामित्व वाली वृषभ राशि को छोड़कर अपने मित्र बुध की स्वामित्व वाली मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे जिससे वृषभ की सक्रांति खत्म होकर मिथुन की सक्रांति आरंभ होगी, ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार सूर्य के गोचर परिवर्तन को सूर्य की संक्रांति के नाम से भी जाना जाता है, सूर्य एक राशि में ३० दिवस तक गोचर करते हैं जिससे विभिन्न राशियों पर विभिन्न प्रकार के प्रभाव पड़ते हैं तो चलिए जानते हैं सूर्य के मिथुन राशि से गोचर के दौरान विभिन्न राशियों पर पड़ने वाले प्रभाव:-
मेष राशि:-
ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार मेष राशि वालों के लिए सूर्य पंचम भाव के स्वामी होकर तृतीय भाव से गोचर करेंगे फलस्वरूप नवदम्पत्तियों को संतान से जुड़ा शुभ समाचार प्राप्त होगा, विद्यार्थियों के लिए सूर्य का यह गोचर बेहद शुभ रहने वाला है जिन विद्यार्थियों की पढ़ाई बीच में रुक गयी थी उनकी शिक्षा पुनः आरंभ होने के योग बनेंगे, वाणी पर विशेष नियंत्रण रखें, छोटी यात्राओं पर धन व्यय होंगे, धर्म-आध्यात्म में रुचि बढ़ेगी व भाग्य का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा, जो लोग प्रेम विवाह करना चाहते हैं किंतु मन में किसी प्रकार के भय के कारण से परिवार में बात नही कर पा रहे उनके लिए सूर्य का यह गोचर 20 जून के बाद विशेष रूप से शुभफलदाई रहेगा, यदि आप किसी को प्रपोज करना चाहते हैं तो आपके लिए सूर्य का यह गोचर शुभ रहेगा, भाग्य का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा व भाग्य की सहायता से कार्यक्षेत्र में कुछ बदलाव के साथ उन्नति होगी या कार्यक्षेत्र में उन्नति के नए अवसर प्राप्त होंगे।
उपाय:- नित्य अदित्यहिर्दय स्तोत्र का पाठ करें।
वृषभ राशि:-
ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार वृषभ राशि वालों के लिए सूर्य चतुर्थ भाव के स्वामी होकर द्वितीय भाव से गोचर करेंगे फलस्वरूप कुटुंब का सहयोग प्राप्त होगा एवं माता के स्वास्थ्य में सुधार होगा, किसी संपत्ति के क्रय करने के योग बनेंगे किंतु मन में किसी प्रकार का भय व्याप्त रहेगा, दाम्पत्य जीवन में उतार-चढ़ाव संभव रहेगा, छोटे भाई-बहन से क्षणिक विवाद या वैचारिक मतभेद संभव रहेगा, गर्म चीजों व अत्यधिक मिर्च-मसाले वाले व्यंजनों से परहेज करें, वाणी में कुछ तेजी रहेगी जिस कारण से आपके बनते कार्य बिगड़ सकते हैं अतः वाणी पर नियंत्रण रखें, अकास्मिक धन लाभ के योग बनेंगे, विद्यार्थियों के लिए सूर्य का यह गोचर बेहद शुभ रहेगा, प्रेमियों के मध्य क्षणिक विवाद प्रायः बने रहेंगे, पराक्रम में वृद्धि होगी किंतु आपका पराक्रम अनुचित कार्यों में अधिक होने की संभावना है अतः मन को एकाग्र कर सही जगह पर पराक्रम करें।
उपाय:- नित्य सूर्य को जल अर्पित करें।
मिथुन राशि:-
ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार मिथुन राशि वालों के लिए सूर्य तृतीय भाव के स्वामी होकर लग्न से गोचर करेंगे फलस्वरूप जीवन में भागा-दौड़ी बनी रहेगी, बुद्धि व विवेक द्वारा उन्नति के नए अवसर प्राप्त होंगे किंतु क्रोध व वाणी पर विशेष नियंत्रण रखें, स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव बना रहेगा व अनेक कार्यों में अरुचि बनने लगेगी, सिर दर्द या ज्वरादि की पीड़ा संभव है, किसी भी जगह धन निवेश करने या किसी को उधार देने से बचें, मन व्यथित रहेगा, व्यर्थ की यात्राओं को टालने का प्रयास करें, पशु-वाहन, अग्नि व हथियार से सावधानी बरतें, अत्यधिक तेल व मिर्च-मसाले वाले व्यंजनों से परहेज करें, आय सामान्य रहेगी, छुपे हुए शत्रुओं से बेहद साबधान रहें।
उपाय:- नित्य सूर्य कवच का पाठ करें।
कर्क राशि:-
ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार कर्क राशि वालों के लिए सूर्य द्वितीय भाव के स्वामी होकर द्वादश भाव से गोचर करेंगे फलस्वरूप व्यय में वृद्धि होगी, सरकारी कर्मचारियों से व्यर्थ विवाद करने से बचें, पिता के स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव संभव रहेगा, शत्रुओं पर कुछ धन की शक्ति से विजय प्राप्त होगी, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे लोगों के लिए सूर्य का यह गोचर बेहद शुभ रहेगा, शिक्षा में कुछ व्यवधान उत्पन्न हो सकते हैं, परिवार एवं दवाईयों पर धन व्यय होगा, दाम्पत्य जीवन में कुछ तनावपूर्ण स्थितियाँ उत्पन्न होने से मन व्यथित रहेगा।
उपाय:- नित्य गाय को गुड़ खिलाएं।
सिंह राशि:-
ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार सिंह राशि वालों के लिए सूर्य सूर्य प्रथम भाव अर्थात लग्न के स्वामी होकर एकादश भाव से गोचर करेंगे फलस्वरूप दैहिक परिश्रम व बुद्धि-विवेक द्वारा उन्नति के अवसर प्राप्त होंगे व आय में वृद्धि होगी, संतान की उन्नति होगी, जो लोग विवाह योग्य हो गए हैं उनके विवाह हेतु कहीं बात चल सकती है तथा प्रेम विवाह के इच्छुक व्यक्तियों के लिए भी सूर्य का यह गोचर बेहद शुभ रहेगा, नवदम्पत्तियों या जो लोग संतान की चाह रखते हैं उन्हें संतान से जुड़ा कोई शुभ समाचार प्राप्त हो सकता है, वाहन सावधानी से चलाएं व सरकारी कर्मचारियों विशेषतः पुलिस, आर्मी, वैध, जमादार आदि लोगों से व्यर्थ विवाद में न पड़ें अन्यथा अपमानजनक स्थितियाँ उत्पन्न हो सकती है।
उपाय:- नित्य गाय को रोटी व गुड़ खिलाएं।
कन्या राशि:-
ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार कन्या राशि वालों के लिए सूर्य द्वादश भाव के स्वामी होकर दशम भाव से गोचर करेंगे दशम भाव में सूर्य दिग्बल प्राप्त करते हैं साथ ही गुरु की दृष्टि भी सूर्य पर रहने से कार्यक्षेत्र में कुछ बदलाव के साथ उन्नति होगी, जो लोग लंबे समय से नौकरी परिवर्तन का प्रयास कर रहे हैं उनके लिए या तो नौकरी परिवर्तन के योग बनेंगे या आय में वृद्धि होगी, कोरोना काल में जिनकी नौकरी चली गयी थी उन्हें पुनः उन्नति के नए अवसर प्राप्त होंगे, भाग्य का सहयोग प्राप्त होगा, दवाईयों व परिवार पर धन व्यय होगा, माता से वैचारिक मतभेद या माता के स्वास्थ्य में कुछ परेशानी संभव रहेगी, पिता की उन्नति होगी।
उपाय:- नित्य सूर्य को जल दें।
तुला राशि:-
ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार तुला राशि वालों के लिए सूर्य एकादश भाव के स्वामी होकर नवम भाव से गोचर करेंगे फलस्वरूप भाग्य की शक्ति द्वारा कुछ झंझटों के साथ उन्नति व आय वृद्धि के योग बनेंगे किंतु मन में कुछ असंतोष व्याप्त रहेगा तथा मन व्यथित रहेगा, उदर, मुख व गले में किसी प्रकार की समस्या संभव रहेगी, पिता की उन्नति होगी, वाणी पर विशेष नियंत्रण रखें, घर में कलह की स्थितियाँ उत्पन्न होंगी, वाहन सावधानी से चलाएं।
उपाय:- शिव जी को नित्य विल्वपत्र पर रक्त चंदन से राम लिखकर अर्पित करें।
वृश्चिक राशि:-
ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार वृश्चिक राशि वालों के लिए सूर्य दशम भाव के स्वामी होकर अष्टम भाव से गोचर करेंगे फलस्वरूप कार्यक्षेत्र में बदलाव व स्थान परिवर्तन के साथ उन्नति के नए अवसर प्राप्त होंगे, पिता के स्वास्थ्य का ख्याल रखें, पिता से वैचारिक मतभेद संभव रहेगा, उदर व ज्वरादि या नेत्रों में जलन/ज्योति मंद पड़ना, सिर दर्द आदि की पीड़ा संभव है, गर्भवती महिलाएं अपने स्वास्थ्य के प्रति पूर्णतया सतर्क रहें, क्रोध व वाणी पर नियंत्रण रखें, जिन्हें पूर्व से ही स्वास्थ्य में कोई समस्या हो उनके लिए सूर्य का यह गोचर थोड़ी विकट स्थिति उत्पन्न कर सकता है किंतु गुरु की दृष्टि होने के कारण से बहुत अधिक चिंता की बात नही रहेगी, ससुराल पक्ष से व जीवनसाथी के साथ विवाद संभव रहेगा व जीवनसाथी की वाणी में कुछ तेजी अनुभव होगी।
उपाय:- नित्य सुंदरकांड का पाठ करें।
धनु राशि:-
ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार धनु राशि वालों के लिए सूर्य नवम भाव के स्वामी होकर सप्तम भाव से गोचर करेंगे फलस्वरूप जीवनसाथी की उन्नति होगी व जीवनसाथी के साथ संबंधों में मधुरता आएगी, क्रोध व वाणी पर नियंत्रण रखें, जो लोग विवाह योग्य हो गए हैं उनके विवाह हेतु कहीं बात चल सकती है, उदर व गुदा से संबंधित कोई समस्या संभव रहेगी, ससुराल पक्ष से क्षणिक विवाद संभव रहेगा, किसी भी विषय पर निर्णय लेने से अच्छे से सोच-विचार अवश्य करें, छुपे हुए शत्रुओं से सावधान रहें, आध्यात्म की ओर झुकाव बढेगा।
उपाय:- नित्य सूर्य को जल दें तथा विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें।
मकर राशि:-
ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार मकर राशि वालों के लिए सूर्य अष्टम भाव के स्वामी होकर षष्ठ भाव से गोचर करेंगे फलस्वरूप स्वास्थ्य में निरंतर उतार-चढ़ाव बना रहेगा व दवाईयों पर धन व्यय होगा, कार्यक्षेत्र में अचानक से बाधाएं उत्पन्न होंगी, यदि आप नौकरी परिवर्तन के लिए विचार कर रहे हैं तो अभी कुछ समय रूक जाएं, शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी, सरकारी कर्मचारियों से व्यर्थ विवाद में न पढ़ें, ससुराल पक्ष से व जीवनसाथी के साथ विवाद संभव रहेगा, जीवनसाथी के स्वभाव में कुछ तेजी अनुभव होगी, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे लोगों के लिए सूर्य का यह गोचरकल बेहद शुभ रहेगा।
उपाय:- नित्य गाय को रोटी, गुड़ व हरा चारा खिलाएं।
कुंभ राशि:-
ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार कुंभ राशि वालों के लिए सूर्य सप्तम भाव के स्वामी होकर पंचम भाव से गोचर करेंगे फलस्वरूप जो लोग विवाह योग्य हो गए हैं उनके विवाह हेतु कहीं बात चल सकती है, जो लोग संतान की चाह रखते हैं उन्हें संतान से जुड़ा कोई शुभ समाचार प्राप्त हो सकता है, भाग्य का सहयोग प्राप्त होगा, कार्यक्षेत्र में बुद्धि व विवेक द्वारा उन्नति के नए अवसर प्राप्त होंगे, संतान की उन्नति होगी, क्रोध व वाणी में तेजी रहेगी अतः इन दोनों पर विशेष नियंत्रण रखें, माता के स्वास्थ्य में कुछ समस्या संभव रहेगी।
उपाय:- रविवार के दिन ताँबे के पात्र से सूर्य को अर्घ्य दें तथा सूर्य कवच का नित्य पाठ करें।
मीन राशि:-
ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार मीन राशि वालों के लिए सूर्य षष्ठ भाव के स्वामी होकर चतुर्थ भाव से गोचर करेंगे फलस्वरूप घर में तनावपूर्ण स्थितियाँ उत्पन्न होने के कारण से मन व्यथित रहेगा, परिवार में किसी के स्वास्थ्य की समस्या चिंता का कारण बन सकती है हालांकि गुरु की दृष्टि होने के कारण से कोई बड़ी संकटपूर्ण स्थिति उत्पन्न नही होगी, कार्यक्षेत्र में कुछ झंझटों के साथ उन्नति के अवसर प्राप्त होंगे, ससुराल पक्ष से विवाद संभव रहेगा, क्रोध व वाणी पर विशेष नियंत्रण रखें, आय के साथ व्यय में भी वृद्धि होगी।
उपाय:- नित्य गायत्री मंत्र की 1 माला जप करें।
जय श्री राम।
Astrologer:- Pooshark Jetly
Astrology Sutras (Astro Walk Of Hope)
Mobile:- 9919367470, 7007245896
Email:- pooshark@astrologysutras.com
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