वैदिक ज्योतिष के यह 10 अचूक उपाय कर के आप किसी भी ग्रह के दुष्प्रभाव को कम कर सकते हैं

वैदिक ज्योतिष के यह 10 अचूक उपाय कर के आप किसी भी ग्रह के दुष्प्रभाव को कम कर सकते हैं

 

नव ग्रहों के उपाय

नव ग्रहों के उपाय

 

वैदिक ज्योतिष में प्रत्येक ग्रहों के अनगिनत उपाय बताए गए हैं उनमें से मैं आप सभी को 10 ऐसे उपाय बताने जा रहा हूँ जिन्हें प्रत्येक व्यक्ति नित्य बड़ी सरलता के साथ कर सकते हैं तथा इन उपायों से नव ग्रह के उपाय हो जाते हैं तो चलिए जानते हैं वह 10 कौन से उपाय है जिनसे हम ग्रहों के दुष्प्रभाव को कम कर सकते हैं।

 

वैदिक ज्योतिष के 10 अचूक उपाय:-

 

 

१. नित्य शिवलिंग पर दुग्ध मिश्रित जल से अभिषेक करने के बाद चावल मिश्रित काला तिल “ॐ नमः शिवायः” मंत्र का जाप करना चाहिए।

 

२. नित्य गणेश जी को दूर्वा घास अर्पित कर “गणेश संकटनाशन स्तोत्र” का पाठ करना चाहिए तथा पूजा संपन्न होने पर प्रसाद स्वरूप गणेश जी के चरणों से दूर्वा घास की 1 पत्ती लेकर बाहर जाना चाहिए इसे अपने पास रखकर घर के बाहर निकलने से मार्ग में आने वाली सारी नकारात्मक ऊर्जा आपसे दूर रहती है।

 

३. नित्य किसी भी वृक्ष के नीचे (जहाँ चीटियाँ हों) नारियल का बुरादा डालने से बाधाओं से मुक्ति मिलती है।

 

४. नित्य पूजा संपन्न करने के पश्चात और सूर्यास्त के समय घर के दक्षिण भाग पर तेल का दीपक अपने पितरों को अर्पित करने से पितरों के आशीर्वाद से सभी बाधाओं से मुक्ति मिलती है।

 

५. नित्य आदित्य हिर्दय स्तोत्र का पाठ कर के (ब्राह्मणों को प्रातः संध्या करने के बाद नित्य आदित्य हिर्दय का स्तोत्र पढ़ना चाहिए) ही घर के बाहर निकलना चाहिए ऐसा करने से व्यक्ति को प्रत्येक कार्य में विजय प्राप्त होती है। (पद्म पुराण के अनुसार राम जी ने युद्ध के अंतिम दिवस आदित्य हिर्दय स्तोत्र का पाठ कर ही रावण पर विजय प्राप्त की थी।)

 

६. नित्य गौ ग्रास गाय को देने के बाद ही भोजन आरंभ करना चाहिए इससे माँ लक्ष्मी की कृपा बरसती है जिससे मन प्रसन्न रहता है।

 

७. गाय को नित्य हरा साग, गुण, चावल खिलाना चाहिए।

 

८. प्रदोष व्रत से चंद्रमा व गणेश चतुर्थी व विनायक चतुर्थी के व्रत से मंगल के शुभ प्रभाव प्राप्त होते हैं।

 

९. हर शनिवार किसी कुष्ठ रोगी को कुछ दान देना चाहिए तथा पीपल वृक्ष के समक्ष तिल के तेल का दीपक (काला तिल मिश्रित) अर्पित कर शनि स्त्रोत का पाठ करना चाहिए इससे शनि देव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

 

१०. नित्य हनुमान जी को घी का दीपक अर्पित कर सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए इससे जीवन की प्रत्येक बाधाओं से मुक्ति मिलती है तथा असाध्य कार्य भी सरलता से संपन्न होते हैं।

 

जय श्री राम।

Astrologer:- Pooshark Jetly

Astrology Sutras (Astro Walk Of Hope)

Mobile:- 9919367470

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