मंगल का मेष राशि से गोचर 16 अगस्त 2020: जानें किन राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा
मंगल का मेष राशि से गोचर 16 अगस्त 2020: जानें किन राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा
मंगल ग्रह:-
भूमि पुत्र मंगल, लोहितांग के नाम से भी जाने जाते हैं जो कि शिव जी के पसीने से उत्पन्न हुए थे और देवी पृथ्वी के आग्रह करने पर शिव जी ने उन्हें सौंपा था, मंगल ग्रह को नव ग्रहों में सेनापति के नाम से जाना जाता है जो कि शक्ति, पराक्रम व ऊर्जा के ग्रह हैं इनका वर्ण रक्त अर्थात लाल है यदि मंगल किसी व्यक्ति की कुंडली में द्वितीय, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम व द्वादश भाव में हो तो कुज दोष जिसे हम सभी मंगल दोष के नाम से जानते हैं बनता है जो कि दामपत्य जीवन के लिए शुभ नही माना जाता है किंतु यदि यही मंगल राजयोगकारक हो जाए तो अनेक प्रकार शुभ प्रभावी हो जाता है।
मेष व वृश्चिक मंगल की स्वराशि है अर्थात मेष व वृश्चिक राशि का स्वामित्व मंगल ग्रह के पास है, मंगल ग्रह मकर राशि में उच्च के तो कर्क राशि में नीच के हो जाते हैं मंगल ग्रह के इस गोचर परिवर्तन का विभिन्न राशियों पर विभिन्न प्रभाव पड़ेगा तो चलिए जानते हैं मंगल ग्रह के मेष राशि से गोचर के दौरान किस राशि पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
गोचर काल की अवधि:-
मंगल ग्रह जो देवी पृथ्वी के पुत्र व नव ग्रहों में सेनापति के नाम से जाने जाते हैं 16 अगस्त 2020 की रात्रि के 8 बजकर 37 मिनट पर देव गुरु वृहस्पति की मीन को छोड़कर अपनी स्वराशि मेष में प्रवेश करेंगे तथा मेष राशि में ही 10 सितंबर को वक्री हो जाएंगे व 4 अक्टूबर को मंगल वक्री रहते हुए एक बार पुनः मीन राशि में प्रवेश करेंगे तथा मीन राशि में रहते हुए 14 नवंबर को मार्गी हो जाएंगे और 24 दिसंबर को एक बार पुनः अपनी स्वराशि मेष में प्रवेश कर जाएंगे जिनका विभिन्न राशियों पर भिन्न-भिन्न प्रभाव देखने को मिलेगा तो चलिए जानते हैं मंगल के मेष राशि से गोचर के दौरान किन राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
मंगल के मेष राशि से गोचर के दौरान विभिन्न राशियों पर पड़ने वाले प्रभाव:-
मेष राशि:-
मेष राशि वालों के लिए मंगल पहले भाव के साथ-साथ अष्टम भाव के स्वामी भी होते हैं जो कि आपके प्रथम भाव अर्थात लग्न से गोचर करेंगे फलस्वरूप आपके रुके हुए कार्य पूर्ण होंगे, यदि आप किसी नए कार्य की शुरूवात करना चाहते हैं तो उसके लिए भी यह समय काफी अच्छा रहेगा, आप खुद को ऊर्जावान अनुभव करेंगे, क्रोध व वाणी पर विशेष नियंत्रण रखें अन्यथा बनते हुए कार्य बिगड़ सकते हैं, व्यापारियों के लिए मंगल का यह गोचर उतना सहायक सिद्ध नही होगा अतः व्यापार वृद्धि हेतु कोई भी निर्णय बहुत सोच-समझकर ही लें, मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी, आवेश में आने से बचें, माता से वैचारिक मतभेद व माता को कष्ट संभव रहेगा, घर के माहौल में कुछ तनावपूर्ण स्थितियाँ उत्पन्न हो सकती है अतः तनाव लेने से बचें, स्वास्थ्य का ख्याल रखें व गर्म चीजों के सेवन से परहेज करें।
वृषभ राशि:-
वृषभ राशि वालों के लिए मंगल सप्तम व द्वादश भाव के स्वामी होते हैं जो कि आपके द्वादश भाव से गोचर करेंगे फलस्वरूप यात्राओं के योग बनेंगे, विदेश या परदेश से लाभ प्राप्त हो सकता है, जो लोग उच्च शिक्षा हेतु बाहर जाना चाहते हैं उनके लिए मंगल का यह गोचर बेहद शुभ रहेगा, जीवनसाथी से वैचारिक मतभेद संभव रहेगा, शत्रुओं से सावधान रहें, नौकरी पेशा व व्यापारी वर्ग के लिए मंगल का यह गोचर अधिक शुभ नही है अतः धैर्य से कार्य करें, सरकारी कर्मचारियों से व्यर्थ विवाद न करें, आग से चोट या फोड़े-फुंसी, घाव की समस्या रह सकती है, छोटे भाई-बहन से वैचारिक मतभेद संभव रहेगा, पराक्रम में वृद्धि होगी, आवेश में आकर निर्णय लेने से बचें।
मिथुन राशि:-
मिथुन राशि वालों के लिए मंगल छठे व ग्याहरवें भाव के स्वामी होते हैं जो कि आपके एकादश भाव से गोचर करेंगे अतः यह समय नौकरी पेशा लोगों के लिए काफी अच्छा रहेगा, आय में वृद्धि होगी, प्रमोशन की संभावनाएं बनेंगी, जो लोग पार्टनरशिप में काम करते हैं उनके लिए भी यह अच्छा समय रहेगा, जीवनसाथी से विवाद संभव है, क्रोध व वाणी पर नियंत्रण रखें, यदि आप कर्ज लेना चाहते हैं तो यह समय आपके लिए काफी अच्छा रहेगा, शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी, कुटुंब से वैचारिक मतभेद संभव रहेगा, जब-जब चंद्रमा कर्क राशि से गोचर करेंगे धन लाभ के योग बनेंगे, व्यय में वृद्धि होगी जिस कारण से धन संचय में कुछ परेशानी अनुभव होगी।
कर्क राशि:-
कर्क राशि वालों के लिए मंगल पंचम व दशम भाव अर्थात त्रिकोण व केंद्र के स्वामी होकर राजयोगकारक हो जाते है जो कि आपके दशम भाव से गोचर करेंगे दशम भाव में मंगल को दिग्बल प्राप्त होने से मंगल अत्यधिक शक्तिशाली फल का दाता बन जाता है फलस्वरूप रुके हुए कार्य पूर्ण होंगे, वाहन सुख या कोई संपत्ति के प्राप्त होने के या क्रय करने के योग बनेंगे, मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी, पिता का सहयोग प्राप्त होगा, व्यापारियों के लिए यह अच्छा समय रहेगा, आय में वृद्धि व बेरोजगारों को नौकरी प्राप्त होगी, स्वस्थ्य का विशेष ख्याल रखें व क्रोध और वाणी पर विशेष नियंत्रण रखें, आग, वाहन, हथियार से चोट या फोड़े-फुंसी, रक्त जनित कोई समस्या हो सकती है, विद्यार्थियों के लिए यह अच्छा समय रहेगा, नवदंपत्तियों के लिए संतान प्राप्ति के योग बनेंगे, संतान का सहयोग प्राप्त होगा, प्रेमियों के लिए यह समय मिला-जुला रहेगा।
सिंह राशि:-
सिंह राशि वालों के लिए मंगल चतुर्थ व नवम अर्थात केंद्र व त्रिकोण के स्वामी होकर राजयोगकारक हो जाते है जो कि आपके नवम भाव से गोचर करेंगे, मंगल का यह गोचर आपके लिए बेहद शुभ रहेगा संतान का उत्तम सुख प्राप्त होगा, माता के स्वास्थ्य में सुधार होगा, विद्यार्थियों के लिए यह समय बहुत अच्छा सिद्ध होगा, प्रेमियों के लिए भी यह गोचर अच्छा रहने वाला है बस अपनी वाणी पर थोड़ा नियंत्रण रखें, दामपत्य जीवन भी अधिकांश अच्छा रहेगा, कोई भी निर्णय सोच-समझकर व बड़ों से सलाह कर के ही लें, व्यापारियों के लिए मंगल का यह गोचर बेहद शुभ रहेगा, नौकरी पेशा लोगों के प्रमोशन या नौकरी परिवर्तन के योग बनेंगे, आय में वृद्धि होगी, जीवनसाथी के साथ किसी यात्रा पर जा सकते हैं, धार्मिक यात्राओं के योग बनेंगे, व्यर्थ की यात्राओं को टालने का प्रयास करें, छोटे भाई-बहन का सहयोग प्राप्त होगा, पराक्रम में वृद्धि होगी, घर के माहौल में कुछ तनावपूर्ण स्थितियाँ उत्पन्न होने के कारण से मन अप्रसन्न रह सकता है।
कन्या राशि:-
कन्या राशि वालों के लिए मंगल तृतीय व अष्टम भाव के स्वामी होते हैं जो कि आपके अष्टम भाव से गोचर करेंगे अतः आपके घर के माहौल में तनाव की स्थिति रह सकती है, जीवनसाथी की वाणी में तेजी अनुभव होगी, ससुराल पक्ष के लोगों से वैचारिक मतभेद संभव रहेगा, जिनकी उम्र 55 वर्ष से अधिक हो या जिन्हें रक्त जनित कोई समस्या हो वह अपने स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखें, आग से चोट, घाव, फोड़े-फुंसी, ज्वर की समस्या रह सकती है, आय को लेकर कुछ तनाव बना रह सकता है, बड़े भाई-बहन से वैचारिक मतभेद संभव रहेगा, वाणी पर नियंत्रण रखें, पराक्रम में वृद्धि होगी, आवेश में आकर कोई भी निर्णय लेने से बचें।
तुला राशि:-
तुला राशि वालों के लिए मंगल द्वितीय व सप्तम भाव के स्वामी होकर सप्तम भाव से गोचर करेंगे फलस्वरूप जीवनसाथी से चला आ रहा विवाद समाप्त होगा, पुराने मित्रों से मुलाकात संभव है, कार्य के सिलसिले से यात्राओं के योग बनेंगे, बेरोजगारों को नौकरी प्राप्त होगी, क्रोध व वाणी पर नियंत्रण रखें, पिता से वैचारिक मतभेद संभव रहेगा, पिता के स्वास्थ्य का ख्याल रखें, व्यापारियों के लिए यह मिला-जुला समय रहेगा, मेहनत का पूर्ण फल प्राप्त होगा, आप खुद को ऊर्जावान अनुभव करेंगे, आय में वृद्धि होगी, कुटुंब का सहयोग प्राप्त होगा, विद्यार्थियों के लिए भी यह समय अच्छा रहेगा, किसी के साथ व्यर्थ विवाद में न पड़ें।
वृश्चिक राशि:-
वृश्चिक राशि वालों के लिए मंगल पहले व छठे भाव के स्वामी होकर षष्ठ भाव से गोचर करेंगे फलस्वरूप शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी, स्वास्थ्य में सुधार होगा, आपके संकल्प पूर्ण होंगे, खुद को ऊर्जावान अनुभव करेंगे, फोड़े-फुंसी, आग से चोट या किसी प्रकार का घाव लगने की संभावना रहेगी, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे लोगों के लिए मंगल का यह गोचर बेहद शुभ रहेगा, कोर्ट-कचहरी के मुकदमों में विजय प्राप्त होगी, वाहन सावधानी से चलाएं, भाग्य वृद्धि हेतु अधिक प्रयास करना पड़ेगा किंतु कभी-कभी भाग्य की महान शक्ति प्राप्त होगी, यात्राओं के योग बनेंगे, जीवनसाथी के साथ किसी रोमैंटिक यात्रा पर भी जा सकते हैं, घर में मांगलिक कार्यक्रम होने के योग बनेंगे, क्रोध व वाणी पर नियंत्रण रखें तथा किसी से भी व्यर्थ विवाद न करें बाकी मंगल का यह गोचर आपके लिए बेहद शुभ रहेगा।
धनु राशि:-
धनु राशि वालों के लिए मंगल पंचम व द्वादश भाव के स्वामी होकर पंचम भाव से गोचर करेंगे फलस्वरूप प्रेमियों के लिए यह गोचर बेहद शुभ होगा, प्रेम संबंधों में नजदीकियाँ बढ़ेंगी, विद्यार्थियों के लिए यह गोचर शुभ रहेगा, जो लोग पढ़ाई हेतु बाहर जाना चाहते हैं उनके लिए बाहर जाने के योग बनेंगे, संतान की उन्नति होगी व संतान का सहयोग प्राप्त होगा, नवदंपत्तियों के लिए संतान प्राप्ति के योग बनेंगे, स्वभाव में लचीलापन लाने का प्रयास करें क्योंकि आपका स्वभाव कुछ कठोर व रूखा रहेगा, नौकरी पेशा लोगों को लाभ मिलने के योग बनेंगे, बेरोजगारों को नौकरी प्राप्त होगी, यदि आपकी संतान अच्छी नौकरी में है व घर खरीदने का सोच रही है तो आपकी संतान को घर का सुख प्राप्त होगा, स्वास्थ्य का ख्याल रखें, जीवनसाथी की वाणी थोड़ी गर्म मिजाज की रहेगी।
मकर राशि:-
मकर राशि वालों के मंगल चतुर्थ व एकादश भाव के स्वामी होते हैं जो कि आपके चतुर्थ भाव से गोचर करेंगे फलस्वरूप भूमि व मकान सुख प्राप्त होने के योग बनेंगे, यदि आप लंबे समय से कोई संपत्ति बेचने का प्रयास कर रहे हैं तो वह अच्छे दाम में बिक जाएगी, घर के वातावरण में खुशियों का माहौल रहेगा जिससे आपका मन प्रसन्न रहेगा, माता के स्वास्थ्य का ख्याल रखें, क्रोध व वाणी पर नियंत्रण रखें, घर में किसी शुभ कार्य के होने के योग बनेंगे, जीवनसाथी से क्षणिक विवाद संभव रहेगा, व्यापारियों के लिए यह समय काफी अच्छा रहेगा, समाज में मान-प्रतिष्ठा प्राप्त होगी, पिता का सहयोग प्राप्त होगा, आय में वृद्धि होगी, बेरोजगारों को नौकरी प्राप्त होगी।
कुंभ राशि:-
कुंभ राशि वालों के लिए मंगल तीसरे व दसवें भाव के स्वामी होकर आपके तीसरे भाव से गोचर करेंगे फलस्वरूप छोटे भाई-बहन का पूर्ण सहयोग मिलेगा व उनकी उन्नति होगी, आप अपने पराक्रम से आय वृद्धि के नए स्त्रोत बनाएंगे, व्यापारियो के लिए यह समय बेहद शुभ रहेगा, पिता की उन्नति होगी व पिता का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा, नौकरी पेशा लोगों के लिए भी यह समय अच्छा रहेगा, सीनियर आपके काम से खुश रहेंगे, प्रमोशन के योग बनेंगे, स्वास्थ्य का ख्याल रखें, शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी, फालतू विवाद में न पड़ें, आवेश मनाकर कोई भी निर्णय लेने से बचें, मामा पक्ष से विवाद संभव है, छुपे हुए शत्रुओं से सावधान रहें।
मीन राशि:-
मीन राशि वालों के लिए मंगल दूसरे व नवम भाव के स्वामी होकर दूसरे भाव से गोचर करेंगे, फलस्वरूप आय में वृद्धि होगी, समाज में मान-सम्मान प्राप्त होगा, पिता का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा, प्रमोशन के योग बनेंगे, लंबे समय से चली आ रही बीमारी में लाभ होगा, कुटुंब का सहयोग प्राप्त होगा, वाणी पर नियंत्रण रखें, संतान को कष्ट संभव रहेगा, विद्यार्थियों के लिए मंगल का यह गोचर मिला-जुला रहेगा, गर्म चीजों के सेवन से परहेज करें, यदि आपको हार्मोन्स से संबंधित परेशानी या रक्त विकार की समस्या हो तो स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखें, भाग्य का सहयोग प्राप्त होगा।
जय श्री राम।
Astrologer:- Pooshark Jetly
Astrology Sutras (Astro Walk Of Hope)
Mobile:- 9919367470
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