मंगल का कर्क राशि से गोचर 4 जून 2021 जानिए विभिन्न राशियों पर पड़ने वाले प्रभाव–Astrology Sutras
मंगल का कर्क राशि से गोचर 4 जून 2021 जानिए विभिन्न राशियों पर पड़ने वाले प्रभाव–Astrology Sutras
ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार भूमि पुत्र मंगल, लोहितांग के नाम से भी जाने जाते हैं जो कि शिव जी के पसीने से उत्पन्न हुए थे और देवी पृथ्वी के आग्रह करने पर शिव जी ने उन्हें सौंपा था, मंगल ग्रह को नव ग्रहों में सेनापति के नाम से जाना जाता है जो कि शक्ति, पराक्रम व ऊर्जा के ग्रह हैं इनका वर्ण रक्त अर्थात लाल है यदि मंगल किसी व्यक्ति की कुंडली में द्वितीय, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम व द्वादश भाव में हो तो कुज दोष जिसे हम सभी मंगल दोष के नाम से जानते हैं बनता है जो कि दामपत्य जीवन के लिए शुभ नही माना जाता है किंतु यदि यही मंगल राजयोगकारक हो जाए तो अनेक प्रकार शुभ प्रभावी हो जाता है, मेष व वृश्चिक मंगल की स्वराशि है अर्थात मेष व वृश्चिक राशि का स्वामित्व मंगल ग्रह के पास है, मंगल ग्रह मकर राशि में उच्च के तो कर्क राशि में नीच के हो जाते हैं “ऋषिकेश पंचांग (काशी)” के अनुसार मंगल ग्रह ४ जून २०२१ को नवमी तिथि शुक्रवार के दिन प्रातः ०५:२० पर मिथुन राशि को छोड़कर अपनी नीच राशि कर्क जो कि चंद्रमा के स्वामित्व वाली राशि है में प्रवेश करेंगे तो चलिए जानते हैं मंगल के कर्क राशि से गोचर के दौरान विभिन्न राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेंगे:-
मेष राशि:-
मेष राशि वालों के लिए मंगल प्रथम भाव अर्थात लग्न एवं अष्टम भाव के स्वामी होकर चतुर्थ भाव से गोचर करेंगे ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार मंगल के कर्क राशि से गोचर के दौरान माता-पिता के स्वास्थ्य में समस्याएं उत्पन्न हो सकती है अतः माता-पिता के स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखें, घर के माहौल में तनावपूर्ण स्थितियाँ उत्पन्न हो सकती है, यदि आप घर खरीदने या बदलने का सोच रहे हैं तो अभी कुछ समय रुक जाएं, जिन व्यक्तियों को स्किन से जुड़ी समस्या या रक्त जनित कोई समस्या हो उन्हें अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहना चाहिए, जीवनसाथी के मध्य विवादपूर्ण स्थितियाँ उत्पन्न होंगी, व्यापारियों के लिए मंगल का यह गोचर कुछ झंझटों के साथ उन्नति के अवसर प्रदान करने वाला रहेगा, बड़े भाई-बहन का सहयोग प्राप्त होगा व उनकी उन्नति भी होगी।
उपाय:- नित्य सुंदरकांड का पाठ करें।
वृषभ राशि:-
वृषभ राशि वालों के लिए मंगल सप्तम व द्वादश भाव के स्वामी होकर तृतीय भाव से गोचर करेंगे ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार छोटे भाई-बहन से वैचारिक मतभेद होने की संभावना रहेगी, आलस्य का त्याग करें, मंगल के इस गोचर काल के दौरान आप में क्रोध की अधिकता रहेगी व आप शीघ्र ही आवेश में आकर कोई ऐसा कार्य कर सकते हैं जिसका आपको बाद में अफसोस होगा अतः आवेश में आने से बचें, तनावपूर्ण स्थितियाँ उत्पन्न होंगी अतः तनाव लेने से बचें, जो व्यक्ति सेना, पुलिस, ईंधन, विज्ञान या वैध के कार्यक्षेत्र से जुड़े हुए हैं उनके लिए यह गोचर बेहद शुभ रहेगा, फोड़े-फुंसी व घाव के अतिरिक्त स्किन से जुड़ी एलर्जी एवं रक्त जनित कोई समस्या संभव रहेगी, भुजाओं में कुछ कमजोरी अनुभव हो सकती है, भाग्य वृद्धि हेतु अतिरिक्त परिश्रम करना होगा व अत्यधिक परिश्रम करने पर कार्यक्षेत्र में बड़ी सफलता प्राप्त होगी।
उपाय:- सिद्धकुंजिका स्तोत्र का नित्य पाठ करें।
मिथुन राशि:-
मिथुन राशि वालों के लिए मंगल षष्ठ एवं एकादश भाव के स्वामी होकर द्वितीय भाव से गोचर करेंगे ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार मंगल के इस गोचर काल के दौरान मिथुन राशि वाले व्यक्तियों को अपनी वाणी पर विशेष नियंत्रण रखना चाहिए अन्यथा बनते हुए कार्य बिगड़ जाएंगे व लोग आपके शत्रु बन जाएंगे, दवाईयों व शत्रुओं पर धन व्यय होने के योग बनेंगे, आय वृद्धि हेतु अधिक प्रयास करना पड़ेगा, अकास्मिक धन लाभ के योग बनेंगे, जीवनसाथी व ससुराल पक्ष के लोगों की वाणी में कुछ कटुता आएगी जिस कारण से ससुराल पक्ष व जीवनसाथी के साथ विवादपूर्ण स्थितियाँ उत्पन्न होंगी, धर्म-आध्यात्म में रुचि बढ़ेगी, भाग्य का सहयोग प्राप्त होगा।
उपाय:- नित्य गणेश संकटनाशन स्तोत्र का पाठ करें व चतुर्थी का व्रत करें।
कर्क राशि:-
कर्क राशि वालों के लिए मंगल पंचम व दशम भाव के स्वामी होकर राजयोगकारक ग्रह हो जाते हैं जो आपके लग्न अर्थात प्रथम भाव से गोचर करेंगे ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार मंगल के इस गोचर काल के दौरान आपको अपने क्रोध पर विशेष तौर पर नियंत्रण रखना होगा अन्यथा कलह-क्लेश व झगड़े-विवाद के साथ जेल यात्रा के योग बन सकते हैं, जीवनसाथी व ससुराल पक्ष के लोगों की वाणी कुछ कटु अनुभव होगी, माता के स्वास्थ्य का ख्याल रखें, विद्यार्थियों के लिए मंगल यह गोचर काल मिला-जुला फल देने वाला रहेगा, प्रेमियों के मध्य विवादपूर्ण स्थितियाँ उत्पन्न होंगी, आय में वृद्धि के योग बनेंगे, वाहन सावधानी से चलाएं व स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहें, मंगल का यह गोचर काल बेरोजगारों को नौकरी के अवसर प्रदान करने वाला रहेगा।
उपाय:- नित्य सुंदरकांड का पाठ करें व गाय को गुड़ खिलाएं।
सिंह राशि:-
सिंह राशि वालों के लिए मंगल चतुर्थ व नवम भाव के स्वामी होकर राजयोगकारक ग्रह हो जाते हैं जो कि आपके द्वादश भाव से गोचर करेंगे ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार मंगल के इस गोचर काल के दौरान आपको अपनी माता के स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखना चाहिए, माता व धर्म से जुड़े कार्यों पर धन व्यय होगा, इस गोचरकल के दौरान आपको कार्यक्षेत्र में बेहद सतर्क रहने की आवश्यकता होगी, धैर्य व संयम से कोई भी निर्णय लें, शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी, प्रेमियों और विद्यार्थियों के लिए मंगल का यह गोचर मिला-जुला रहेगा, कलह-क्लेश व झगड़े-झंझटों के कारण से आपका मन अशांत रहेगा हालांकि शत्रु आपका कुछ बिगाड़ नही पाएंगे फिर भी आपको घर-परिवार के साथ खुलकर जीवन का आनंद लेने में दिक्कतें आएंगी व आप खुद असहज अनुभव करेंगे, छोटे भाई-बहन से संबंध मधुर होंगे, जीवनसाथी को समझने का प्रयास करें।
उपाय:- नित्य गाय को रोटी और गुड़ खिलाएं व हनुमान चालीसा का पाठ करें।
कन्या राशि:-
कन्या राशि वालों के लिए मंगल तृतीय व अष्टम भाव के स्वामी होकर एकादश भाव अर्थात लाभ स्थान से गोचर करेंगे ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार मंगल के इस गोचर काल के दौरान आपको अपने बड़े भाई के स्वास्थ्य का ख्याल रखना चाहिए, आय में कुछ परिश्रम से वृद्धि के योग बनेंगे, स्वभाव में कुछ तेजी आएगी, क्रोध व वाणी पर नियंत्रण रखें, संतान से वैचारिक मतभेद संभव रहेंगे, प्रेमियों के मध्य विवादपूर्ण स्थितियाँ उत्पन्न होंगी, शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी, स्थान परिवर्तन या नौकरी परिवर्तन हेतु किए जाने वाले प्रयास सार्थक सिद्ध होंगे, व्यय में वृद्धि होगी, किसी भी प्रकार के जुए व सट्टे में पैसा लगाने से बचें, पशु, हथियार, अग्नि एवं वाहनादि से चोट लगने की संभावना रहेगी।
उपाय:- नित्य गाय को रोटी व गुड़ खिलाएं।
तुला राशि:-
तुला राशि वालों के लिए मंगल द्वितीय व सप्तम भाव के स्वामी होकर दशम भाव से गोचर करेंगे ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार मंगल के इस गोचरकाल के दौरान पिता को किसी प्रकार का कष्ट संभव रहेगा, कार्यक्षेत्र में अत्यधिक परिश्रम करने पर उन्नति के अवसर प्राप्त होंगे, किसी उच्चपदाधिकारी से मुलाकात संभव है, आपके जीवनसाथी की माता के स्वास्थ्य में कुछ समस्या संभव है साथ ही उनका स्वभाव भी कुछ चिड़चिड़ा सा अनुभव होगा, क्रोध व वाणी पर नियंत्रण रखें, आय के साथ व्यय में वृद्धि होगी, इस गोचर काल दौरान आपको अपने कार्यक्षेत्र में किसी भी विषय पर बहुत सोच-समझकर निर्णय लेना चाहिए क्योंकि मंगल का कर्म स्थान में नीच राशि से गोचर कुछ झंझटों को अचानक से उत्पन्न करने वाला रहेगा, प्रेम संबंधों में मधुरता आएगी, जीवनसाथी के साथ विवाद संभव रहेगा।
उपाय:- नित्य श्री सूक्त का पाठ करें।
वृश्चिक राशि:-
वृश्चिक राशि वालों के लिए मंगल प्रथम भाव अर्थात लग्न व षष्ठ भाव के स्वामी होकर नवम भाव अर्थात भाग्य भाव से गोचर करेंगे ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार मंगल के इस गोचरकाल के दौरान शत्रु आपकी उन्नति में बाधक बनने का प्रयास करेंगे, पिता के स्वास्थ्य में समस्या रह सकती है, भाई-बहन के मध्य वैचारिक मतभेद उत्पन्न होंगे, घर में तनावपूर्ण स्थितियाँ उत्पन्न होने से मन व्यथित रहेगा, तनाव लेने से बचें, मंगल के इस गोचरकाल के दौरान आपके किए गए प्रत्येक प्रयास सार्थक सिद्ध होंगे, आलस्य का त्याग करें, मन को क्षणिक सुख देने वाले साधनों तथा वाहनादि पर धन व्यय होगा, उच्चपदाधिकारी व्यक्ति से मुलाकात संभव है जिनसे निकट भविष्य में आपके अटके हुए कार्य पूर्ण होंगे।
उपाय:- प्रत्येक मंगलवार हनुमान बाहुक व सुंदरकांड का पाठ करें।
धनु राशि:-
धनु राशि वालों के लिए मंगल पंचम व द्वादश भाव के स्वामी होकर अष्टम भाव से गोचर करेंगे ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार मंगल के इस गोचर काल के दौरान आपको शत्रुओं से सतर्क रहना चाहिए तथा शीघ्र ही किसी की बातों में आने व लोगों पर अधिक विश्वास करने से बचना चाहिए, यात्राओं के योग बनेंगे, इस गोचरकल के दौरान यात्रा, दवा व परिवार पर धन व्यय होने के योग बनेंगे, भाग्य का सहयोग प्राप्त होगा, क्रोध व वाणी पर नियंत्रण रखें, फोड़े-फुंसी, घाव, अग्नि भय, ज्वरादि की समस्या रह सकती है, खान-पान का विशेष ख्याल रखें व तेज मिर्च-मसाले वाले भोजन से परहेज करें, यदि आपने कहीं ऋण के लिए आवेदन किया हुआ है तो वह स्वीकृत हो जाएगा, दाम्पत्य जीवन में अनेक अवसर पर विवादपूर्ण स्थितियाँ उत्पन्न होंगी, जीवनसाथी के उदर व कमर के निचले हिस्सों में या एलर्जी की समस्या रह सकती है।
उपाय:- नित्य विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें व गाय को गुड़ खिलाएं।
मकर राशि:-
मकर राशि वालों के लिए मंगल चतुर्थ व एकादश भाव के स्वामी होकर सप्तम भाव से गोचर करेंगे ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार इस गोचरकाल के दौरान छोटे भाई-बहन के विवाह हेतु यदि कहीं बात चल रही है तो उसमें अचानक से कोई बाधा आ सकती है, क्रोध व वाणी पर नियंत्रण रखें अन्यथा काम त्रिकोण में अग्नि तत्व ग्रह के जल तत्व राशि से गोचर करने के कारण से जीवनसाथी के साथ क्षणिक विवाद होने की संभावना रहेगी, ससुराल पक्ष के लोगों से विवाद संभव रहेगा, जो लोग पार्टनरशिप में कोई कार्य करते हैं उनके लिए मंगल का यह गोचर मिला-जुला रहेगा, स्वास्थ्य का ख्याल रखें, तेज ज्वर, सिर में पीड़ा, मूत्रेन्दीय संबंधित कोई समस्या संभव रहेगी, व्यापारियों के लिए मंगल का यह गोचर उन्नति के नए अवसर प्रदान करने वाला रहेगा, आप इस दौरान स्पष्ट रूप से वार्ता करने पर विश्वास रखेंगे जिस कारण से अनेक अवसर ओर आपकी कही हुई बातें लोगों को बुरी लग सकती है, उदर में कोई समस्या संभव है अतः तेज मिर्च-मसाले वाले व्यंजनों से परहेज करें, शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी, वाहन सावधानी से चलाएं।
उपाय:- मंगलवार के दिन गाय को मसूर की दाल भीगा कर खिलाएं।
कुंभ राशि:-
कुंभ राशि वालों के लिए मंगल तृतीय व दशम भाव के स्वामी होकर षष्ठ भाव से गोचर करेंगे ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार मंगल के इस गोचरकाल के दौरान आपको अपने क्रोध व वाणी पर विशेष रूप से नियंत्रण रखना चाहिए, सरकारी कर्मचारियों विशेषतः सुरक्षा बलों के साथ व्यर्थ विवाद में पड़ने से बचें अन्यथा जेल यात्रा के योग बनेंगे, शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी, विपरीत परिस्थितियों में कड़े संघर्ष के उपरांत उन्नति के नए अवसर प्राप्त होंगे, अकास्मिक व्यय में वृद्धि होने से तनावपूर्ण स्थितियाँ उत्पन्न होगी अतः तनाव लेने से बचें, दाम्पत्य जीवन में विवादपूर्ण स्थितियाँ उत्पन्न होंगी, स्वास्थ्य के लिहाज से मंगल का यह गोचर आपके लिए सामान्य रहेगा अतः स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहें, मामा पक्ष में किसी को स्वास्थ्य जनित समस्या रह सकती है।
उपाय:- गाय को रोटी व गुड़ नित्य खिलाएं।
मीन राशि:-
मीन राशि वालों के लिए मंगल द्वितीय व नवम भाव के स्वामी होकर पंचम भाव से गोचर करेंगे ज्योतिर्विद पूषार्क जेतली जी के अनुसार मंगल के इस गोचरकाल के दौरान प्रेम संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी किंतु अनेक अवसर पर विवादपूर्ण स्थितियाँ भी उत्पन्न होंगी, संतान को किसी प्रकार का कष्ट संभव है, विद्यार्थियों का मन शिक्षा की जगह खेल-कूद या अन्य किसी मनोरंजन के साधनों पर लगेगा, क्रोध पर नियंत्रण रखें व शांत होकर धैर्य से काम लें, उदर जनित कोई समस्या संभव रहेगी, ससुराल पक्ष व जीवनसाथी की वाणी में कुछ तेजी अनुभव होगी जिस कारण उनसे विवाद होने की संभावना रहेगी, आय के साथ व्यय में वृद्धि होगी।
उपाय:- नित्य शिवलिंग पर दुग्धाभिषेक करें व मंगलवार के दिन हनुमान जी को सिंदूर अर्पित कर हनुमान चालीसा का पाठ करें।
जय श्री राम।
Astrologer:- Pooshark Jetly
Astrology Sutras (Astro Walk Of Hope)
Mobile:- 9919367470, 7007245896
Email:- pooshark@astrologysutras.com
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