तीसरे भाव में स्थित शनि का फल

तीसरे भाव में स्थित शनि का फल

भाग:-१

 

 

शनि और तीसरा भाव

शनि और तीसरा भाव

 

तीसरे भाव में स्थित शनि व्यक्ति को उद्धमी अर्थात मेहनती बनाता है साथ ही ऐसा व्यक्ति राजा या अपने अधिकारी का प्रिय होता है और ऐसे व्यक्ति को संतान कुछ विलंब से होती है चूँकि संतान विलंब से होने के लिए कुछ और भी योग जरूरी है जैसे कि पंचम भाव व पंचमाधिपति दोनों पर शनि की दृष्टि का होना अन्यथा शनि की तीसरी दृष्टि पंचम भाव पर इतनी अशुभ नही होती।

 

यदि तीसरे भाव में शनि यदि वर्गोत्तम स्थिति में हो तो ऐसा व्यक्ति बहुत अधिक स्वभाविमानी होता है ऐसा कश्यप ऋषि का मत है साथ ही यदि स्वराशि का शनि तीसरे भाव में (ऐसा तभी संभव है जब व्यक्ति का जन्म या तो धनु लग्न में हो या वृश्चिक लग्न में) कुंभ राशि (अर्थात धनु लग्न की कुंडली) का स्थित हो तो भावम-भावत नियम के अनुसार ऐसा व्यक्ति धनवान होता है और यदि मकर राशि (जो कि वृश्चिक लग्न की कुंडली में संभव है) का हो तो ऐसा व्यक्ति जन्मस्थान से दूर रहकर उन्नति प्राप्त करता है।

 

तीसरे भाव में स्थित शनि का फल

तीसरे भाव में स्थित शनि का फल

 

तीसरे भाव का शनि जीवन के उत्तरार्ध में उन्नति प्रदान करता है एक मजेदार बात बताता हूँ तीसरा भाव काम त्रिकोण का पहला भाव है जब भी शनि काम त्रिकोण (३,७,११) में बैठेगा तो वो आपके त्रिकोण भाव (१,५,९) में से दो त्रिकोण भाव को पकड़ लेगा, तीसरे भाव काम त्रिकोण में बैठा हुआ शनि व्यक्ति को अल्प भोजी अर्थात कम में संतुष्ट होने वाला बनाता है, तीसरे भाव में बैठा शनि व्यक्ति को तकनीकि क्षेत्र में रुचि देता है और उसमें सहजता से सफल बनाता है।

 

तीसरे भाव का एक नाम सहज भाव भी है तीसरे भाव से शौक, छोटे भाई-बहन का भी विचार किया जाता है यदि पाप वर्ग का शनि तीसरे भाव में हो तो ऐसा व्यक्ति “न काहु से दोस्ती, न काहु से वैर” वाला होता है जो कि अच्छा है इसके अलावा तीसरे भाव का शनि जीवन के उत्तरार्ध में सफलता देता है क्योंकि वह आपके नवम भाव को देखता है जो कि यह दर्शाता है ऐसे व्यक्ति तत्काल उन्नति नही प्राप्त करते वो खुद के कर्म-अनुभव से सीख कर खुद का भाग्योदय करते हैं यदि यह भी कह दूँ तो गलत नही कि “तीसरे भाव का शनि राजा नही तो बजीर के level तक का काम कर जाएगा” तीसरे भाव में स्थित शनि व्यक्ति को आध्यात्मिक बनाता है ऐसे व्यक्ति की कुंडली में छोटे भाईयों से वैचारिक मतभेद के योग होते हैं।

 

पोस्ट की लंबाई को ध्यान में रखते हुए इसका दूसरा भाग जल्द ही प्रकाशित करूँगा।

 

जय श्री राम।

Astrologer:- Pooshark Jetly

Astrology Sutras (Astro Walk Of Hope)

Mobile:- 9919367470

3 replies
  1. ปั้มไลค์
    ปั้มไลค์ says:

    Like!! I blog frequently and I really thank you for your content. The article has truly peaked my interest.

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