चंद्र ग्रहण 5 जून 2020: जानें किन राशि वालों को क्या सावधानी बरतनी चाहिए
चंद्र ग्रहण 5 जून 2020: जानें किन राशि वालों को क्या सावधानी बरतनी चाहिए
ग्रहण काल व समय:-
ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा की रात्रि को 11 बजकर 15 मिनट 58 सेकंड पर ज्येष्ठा नक्षत्र पर इस ग्रहण का स्पर्श होगा व 5 जून की मध्य रात्रि में कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि व ज्येष्ठा नक्षत्र पर 2 बजकर 32 मिनट 3 सेकंड तक रहेगा अर्थात ग्रहण काल की कुल अवधि 3 घंटे 15 मिनट 42 सेकंड रहेगी।
विशेष:-
5 जून 2020 को पूर्णिमा के दिन चन्द्र ग्रहण भारत में दृश्य नही है क्योंकि राहु मिथुन राशि में 5 °5 अंश के पास होगा तो सूर्य भगवान वृषभ राशि मे 21°में होंगे, इसी प्रकार चन्द्रमा भी 21°तक वृश्चिक राशि मे पूर्णिमा का भोग करेंगे, वही केतु वृश्चिक के अगली राशि धनु में राहु के समतुल्य 5°5 अंश में होगा, अंशात्मक दृष्टि से राहु और केतु की उपछाया मात्र पड़ेगी अतः भारतमें यह ग्रहण दृश्य नही होगा और इसका सूतक भी नही लगेगा फिर भी गोचरवश ग्रह के पीड़ित होने के कारण से सभी राशियों पर इसका अंशात्मक परिणाम देखने को मिल सकता है।
मेष राशि:-
मेष राशि वालों के लिए यह ग्रहण तीसरे भाव में लगेगा अतः स्वास्थ्य का ख्याल रखें, तनाव लेने से बचें, माता के स्वास्थ्य का ख्याल रखें व किसी भी महिला से व्यर्थ विवाद में न पड़ें।
उपाय:- शिव जी का दुग्धाभिषेक कर शिव चालीसा का पाठ करें।
वृषभ राशि:-
वृषभ राशि वालों के लिए यह ग्रहण दूसरे भाव से लगेगा अतः वाणी पर नियंत्रण रखें, कुटुंब/परिवार में तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो सकती है अतः तनाव लेने से बचें, व्यर्थ के विवाद में न पड़ें, कर्ज देने से बचें, लोगों पर अधिक विश्वास करने से बचें।
उपाय:- शिव जी को 8 विल्वपत्र विल्वाष्टकम् का पाठ करते हुए अर्पित करें।
मिथुन राशि:-
मिथुन राशि वालों के लिए यह ग्रहण प्रथम भाव से लगेगा अतः तनाव लेने से बचें, मन में नए विचार आएंगे, दिन ठीक रहेगा किंतु शाम होने तक किसी से विवाद हो सकता है अतः व्यर्थ के विवाद में न पड़ें, थकान अनुभव हो सकती है, स्वास्थ्य का ख्याल रखें।
उपाय:- गणेश सहस्त्रनाम का पाठ करें व गणेश जी को दूर्वा घास अर्पित करें तथा गणेश जी को अर्पित दूर्वा में से 1 दूर्वा घास अपनी पॉकेट में रखें।
कर्क राशि:-
कर्क राशि वालों के लिए यह ग्रहण द्वादश भाव से होगा अतः खर्चों पर नियंत्रण रखें, छुपे हुए शत्रुओं से सावधान रहें, अचानक यात्राओं के योग बनेंगे यदि वह यात्रा अत्यधिक महत्वपूर्ण न हो तो उन यात्राओं को टालने का प्रयास करें, जीवनसाथी से क्षणिक विवाद संभव रहेगा।
उपाय:- लिंगाष्टकम का पाठ करें व किसी महिला को दूध दान करें।
सिंह राशि:-
सिंह राशि वालों के लिए यह ग्रहण एकादश भाव से लगेगा अतः बड़े भाई-बहन के स्वास्थ्य का ख्याल रखें, अचानक धन लाभ के योग बनेंगे, गर्भवती महिलाएं अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखें, कर्ज लेने से बचें, प्रेमियों के बीच वैचारिक मतभेद हो सकते हैं।
उपाय:- शिवलिंग पर चावल मिश्रित काला तिल “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करते हुए अर्पित करे।
कन्या राशि:-
कन्या राशि वालों के लिए यह ग्रहण दशम भाव से लगेगा अतः पिता के स्वास्थ्य का ख्याल रखें, कार्य की अधिकता के कारण से थकान अनुभव होगी, सीनियर से व्यर्थ विवाद में न पड़ें, व्यापारियों को उधार माल बेचने से बचने का प्रयास करना चाहिए।
उपाय:- गणेश संकटनाशन स्तोत्र व शिव पंचाक्षर स्तोत्र का पाठ करें।
तुला राशि:-
तुला राशि वालों के लिए यह ग्रहण नवम भाव से लगेगा अतः कोई भी रिस्क लेने से बचें, बेरोजगारों को नौकरी प्राप्त हो सकती है, जीवनसाथी के भाई-बहन यदि हैं तो उनके स्वास्थ्य में समस्या रह सकती है, सीनियर आपके कार्य से प्रसन्न रहेंगे।
उपाय:- गाय को चावल, गुड़ व चीनी मिलाकर खिलाएं।
वृश्चिक राशि:-
वृश्चिक राशि वालों के लिए यह ग्रहण अष्टम भाव से लगेगा अतः स्वास्थ्य का ख्याल रखें, जीवनसाथी व ससुराल से क्षणिक विवाद संभव रहेगा, ठंडी चीजों के सेवन से परहेज करें, तनावपूर्ण स्थितियाँ उत्पन्न हो सकती है अतः तनाव लेने से बचें, वाहन सावधानी से चलाएं।
उपाय:- शिवलिंग पर दुग्ध मिश्रित जल से अभिषेक करें व चावल मिश्रित काला तिल “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करते हुए अर्पित करे।
धनु राशि:-
धनु राशि वालों के लिए यह ग्रहण सप्तम भाव से लगेगा अतः जीवनसाथी से क्षणिक विवाद संभव रहेगा, जीवनसाथी से तालमेल बनाकर रखें, कार्य की अधिकता के कारण तनाव उत्पन्न हो सकता है अतः तनाव लेने से बचें, सीनियर से व्यर्थ विवाद करने से बचें, स्वास्थ्य का ख्याल रखें।
उपाय:- किसी गरीब को नमकीन से बना कोई पदार्थ दान करें व विष्णु चालीसा का पाठ करें।
मकर राशि:-
मकर राशि वालों के लिए यह ग्रहण छठे भाव से लगेगा अतः शत्रुओं से सावधान रहें, मामा पक्ष में किसी के स्वास्थ्य में परेशानी संभव रह सकती है, लोगों पर अधिक विश्वास करने से बचें, अनचाही यात्राओं पर धन व्यय हो सकता है।
उपाय:- संकटमोचन हनुमाष्टक का पाठ करें।
कुंभ राशि:-
कुंभ राशि वालों के लिए यह ग्रहण पंचम भाव से लगेगा अतः गर्भवती महिलाएं अपने स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखें, प्रेमियों के बीच अनबन हो सकती है, बुद्धि व विवेक द्वारा उन्नति के नए मार्ग बनाने में सफल होंगे, वाणी पर नियंत्रण रखें।
उपाय:- विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें व शिव जी का दुग्धाभिषेक कर शिव पंचाक्षर स्तोत्र का पाठ करे।
मीन राशि:-
मीन राशि वालों के लिए यह ग्रहण चतुर्थ भाव से लगेगा अतः माता के स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखें, घर में तनावपूर्ण स्थितियाँ उत्पन्न होने के कारण से मन में अशांति अनुभव हो सकती है, जीवनसाथी से वैचारिक मतभेद संभव रह सकता है, वाहन सावधानी से चलाएं।
उपाय:- किसी महिला को दूध दान करें व शिव सहस्त्रनाम का पाठ करें।
जय श्री राम।
Astrologer:- Pooshark Jetly
Astrology Sutras (Astro Walk Of Hope)
Mobile:- 9919367470
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